नई दिल्ली : विश्व चैंपियन बन चुकी भारत की निखत जरीन (52 किग्रा) ने मंगलवार को वादा किया कि वह अब ओलम्पिक चैम्पियन बनकर भाषण देंगी। निखत ने भारतीय मुक्केबाजी संघ द्वारा यहां इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि मैं कड़ी मेहनत कर रही हूं। मैं विश्वास दिलाती हूं कि मैं आगे ओलम्पिक चैंपियन बनकर यहां पर आप सबके सामने भाषण दूंगी। भारत ने तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित विश्व महिला चैम्पियनशिप में एक स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीते। मनीषा (57 किग्रा) और परवीन (63 किग्रा) ने प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल किये। ये पदक विजेता और टीम की अन्य सदस्य तथा सपोर्ट स्टाफ के सदस्य भी सम्मान समारोह में मौजूद थे।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और भारतीय मुक्केबाजी संघ के अध्यक्ष अजय सिंह भी समारोह में मौजूद थे। ठाकुर ने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया। ठाकुर ने कहा कि मैं भारतीय दल और मुक्केबाजों को दिल की गहराईयों से धन्यवाद देना चाहता हूं। मैं निखत को खास तौर पर बधाई देना चाहता हूं जिन्होंने अपने सम्बोधन में अपने लिए अब ओलम्पिक चैम्पियन बनने का लक्ष्य रखा है।
ठाकुर ने कहा कि भारत प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर रहा। अगर आप तालिका देखें तो दूसरे और तीसरे स्थान के 23-23 अंक थे। दूसरे स्थान वाले देश ने दो स्वर्ण पदक जीते थे। मैं अपने खिलाड़ियों से कहना चाहता हूं कि वे जीतने की आदत डालें। हमारी सरकार ने पिछले 5 वर्षों में मुक्केबाजों पर 128 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। मैं राज्य और खेल महासंघों से कहना चाहता हूं कि वे देखें कि दूसरे राज्य और खेल संघ अच्छा प्रदर्शन कैसे कर रहे हैं और वे अपना प्रदर्शन कैसे सुधार सकते हैं।
अजय सिंह ने इस मौके पर कहा कि यह प्रदर्शन हमारे लिए बड़े गर्व की बात है। हमारा विश्वास है कि हमारी लडकियां अब ओलम्पिक में भी ज्यादा पदक जीतेंगी। हमारे 12 मुक्केबाज प्रतियोगिता में उतरे थे जिसमें से आठ क्वाटर्रफाइनल में पहुंचे थे। उन्होंने कहा- मैंने जब अपना काम संभाला था तब हम विश्व रैंकिंग में 38वें -40वें स्थान पर थे। अब हम टॉप पांच में पहुंच गए हैं और हमारा लक्ष्य टॉप 2 में जगह बनाना है। अजय सिंह ने कहा कि प्रतियोगिता में हमारे एक-दो पदक और आ सकते थे। हमारा सारा फोकस अब अगले ओलम्पिक पर रहेगा।