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स्पोर्ट्स डेस्क: रविवार को आईपीएल 2023 के 41वें मुकाबले में पंजाब किंग्स के ऑलराउंडर सिकंदर रजा ने सूझबूझ भरी बल्लेबाजी कर पंजाब किंग्स को अंतिम गेंद पर 4 विकेट से जीत दिलाई। इस मैच में चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 201 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसके जवाब में पंजाब ने यह लक्ष्य आखिरी गेंद पर हासिल कर लिया। पंजाब को आखिरी ओवर में 9 रन की जरूरत थी औऱ चेन्नई ने गेंद मतिशा पाथिराना को थमाई। पंजाब की ओर से सिकंदर रजा और शाहरूख खान क्रीज पर मौजूद थे।

ओवर की पहली गेंद पर सिंकदर रजा ने 1 रन दौड़ा और इसकी अगली गेंद शाहरूख ने लेग बाय का 1 रन दौड़कर रजा को स्ट्राइक दी, लेकिन रजा अगली गेंद मिस कर गए। पंजाब को 3 गेंदों में 7 रन की दरकार थी और रजा ने दो गेंदों में 2-2 रन भागकर स्ट्राइक अपने पास रखी। अंतिम गेंद पर तीन रनों की जरूरत थी और रजा ने गैप में गेंद खेल 3 रन दौड़कर पंजाब को जीत दिलाई। रजा की अंतिम पलों में 7 गेंदों में 13 नाबाद रनों की पारी के बदौलत ही पंजाब इस मैच में जीत हासिल कर सका। पंजाब को शानदार जीत दिलाने के बाद रजा ने कहा कि उन्होंने जिम्बाब्वे की संस्कृति से सीखा है कि टीम की जीत व्यक्तिगत प्रदर्शन से अहम होती है।

जिम्बाब्वे संस्कृति से सीखा कि टीम की जीत पर ज्यादा जोर देना चाहिए 

अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में जिम्बाब्वे की लिए खेलने वाले ऑलराउंडर सिकंदर रजा ने कहा, "जिम्बाब्वे संस्कृति से मैंने सीखा है कि हम व्यक्तिगत प्रदर्शन के बजाय जीत पर अधिक जोर देते हैं। मुझे नहीं पता कि आख़िरी गेंद से पहले क्या चर्चा हुई थी। लिवि( लियाम लिविंगस्टन) ने जिस ओवर में काफी रन बनाए, वहीं से मैच बदलने लगा था। उसके बाद जितेश शर्मा ने उसे आगे बढ़ाया। वह इस पूरे आईपीएल में गजब की बल्लेबाज़ी कर रहे हैं। आज उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की वह शानदार थी। हमें पता था कि अंतिम ओवर में एक बाउंड्री की जरूरत है और पता था कि अगर बाउंड्री नहीं लगा पाए तो रन दौडेंगे। मैं जब बल्लेबाजी करने उतरा तो मैं दौड़ना चाहता था और मैं छक्के लगाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सफल नहीं हो पा रहा था।"

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मैच की विस्तार से बात करें तो प्रभसिमरन सिंह (24 गेंद में 42) और लियाम लिविंगस्टोन (24 गेंद में 40) की आक्रामक पारियों के दम पर पंजाब किंग्स ने रोमांचक मुकाबले में रविवार को चेन्नई सुपर किंग्स को शिकस्त दी। चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए चार विकेट पर 200 रन बनाए, लेकिन पंजाब ने आखिरी गेंद तक चले मुकाबले में छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। पंजाब की नौ मैचों में यह पांचवीं जीत है जबकि चेन्नई के लिए इतने ही मैचों में यह चौथी हार है। प्रभसिमरन और लिविंगस्टोन के अलावा  सैम कुरेन (20 गेंद में 29 रन), कप्तान शिखर धवन (15 गेंद में 28) और जितेश शर्मा (10 गेंद में 21) ने भी तेज तर्रार उपयोगी पारियां खेली। 

चेन्नई के लिए तुषार देशपांडे ने तीन विकेट लिये लेकिन उन्होंने चार ओवर में 49 रन लुटा दिये। रविन्द्र जडेजा ने दो जबकि मथीश पथिराना ने एक विकेट चटकाया।   चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए शानदार लय में चल रहे सलामी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे की 92 रन की आक्रामक खेली। कॉनवे ने अपनी 52 गेंद की पारी में 16 चौके और एक छक्का लगाने के अलावा पहले विकेट के लिए रुतुराज गायकवाड़ (31 गेंद में 37 रन) के साथ 86 और दूसरे विकेट के लिए शिवम दुबे (17 गेंद में 28 रन) के साथ 46 रन की साझेदारी कर बड़े स्कोर की नींव रखी। आखिरी ओवर की पहली गेंद पर जडेजा (नौ गेंद में 12 रन) के आउट होने पर दर्शकों ने शोर मचाकर महेंद्र सिंह धोनी का मैदान में स्वागत किया और चेन्नई के इस चहेते सितारे ने आखिरी दो गेंदों पर लगातार छक्के लगाकर प्रशंसकों को खुश करने के साथ टीम के स्कोर को 200 रन तक पहुंचा दिया।