कोलकाता: इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन मैदान पर खेले गए टेस्ट मैच के भारतीय नायक आकाश दीप के क्रिकेटर बनने में उनकी बहन अखंड ज्योति का बड़ा योगदान रहा है जो खुद अब कोलोन कैंसर के तीसरे चरण से जूझ रही हैं। आकाशदीप ने इंग्लैंड के खिलाफ 10 विकेट लेकर दूसरे टेस्ट में जीत दर्ज करने में अहम भूमिका निभाई और इसे अपनी बहन को समर्पित किया। इस पर उनकी बहन ने कहा, 'आकाश ने अपनी जीत मुझे समर्पित की है और मुझे उस पर बहुत गर्व है... जब उसने 10 विकेट लिए तो हम बहुत खुश थे। हम सभी यहां ताली बजा रहे थे। मुझे बिल्कुल भी दर्द नहीं हुआ जब उसने विकेट लिए।'

मैच के बाद आकाश ने खुलासा किया कि उन्होंने अपनी बहन की बीमारी को निजी रखा था और एक ही मिशन को ध्यान में रखकर खेल रहे थे, उसे खुश करना। आकाश ने चेतेश्वर पुजारा के साथ दिल से बातचीत में कहा, 'सबसे बड़ी बात यह है कि मैंने अभी तक किसी को नहीं बताया है। मेरी बड़ी बहन पिछले दो महीनों से कैंसर से पीड़ित है। अब उसकी हालत स्थिर है। वह ठीक है। वह सबसे खुश होगी। वह पिछले दो महीनों से मानसिक रूप से इस स्थिति से गुजर रही है।'
उन्होंने कहा, 'मैं यह मैच उसके लिए खेल रहा था। मुझे उसे इस मैच से खुश करना है।' आकाश की मां लड्डूमा देवी ने अपने बेटे के प्रदर्शन पर बहुत गर्व व्यक्त किया और इसे लंबे समय से संजोए गए सपने का साकार होना बताया। उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है... मैं बहुत खुश हूं... मेरा सपना था कि वह भारतीय टीम के लिए खेले... हो सकता है कि आकाश इसी तरह 10-10 विकेट ले। उसे भविष्य में भारत के लिए इसी तरह खेलना चाहिए।'

गौर हो कि इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट में भारत ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए सीरीज 1-1 से बराबर की। भारत ने एजबेस्टन टेस्ट की पहली इनिंग में गिल के दोहरे शतक (269) की बदौलत 587 रन बनाए। इसके जवाब में भारत ने शानदार गेंदबाजी करते हुए मोहम्मद सिराज के 6 विकेटों की बदौलत इंग्लैंड को 407 पर ढेर कर 180 रन की बढ़त बनाई। दूसरी इनिंग में गिल (161) ने एक बार फिर बड़ी पारी जिससे टीम ने 427/6 का स्कोर बनाते हुए इंग्लैंड के सामने 608 रन का लक्ष्य रखा। एक बार फिर गेंदबाजों ने शुरू से ही दबाव की रणनीति अपनाई और इस बार आकाश दीप के 6 विकेटों की बदौलत इंग्लैंड को 271 रन पर ढेर कर 336 रन से बड़ी जीत दर्ज की। इस मैच में एक-दो नहीं, बल्कि 7 अविश्वसनीय रिकॉर्ड्स बने हैं।