नई दिल्ली : यूएफसी फाइटर एंड्रयू वड्सवर्थ ने अपनी 32 साल की प्रेमिका मेलिसा बेलशॉ को केवल इसलिए मार दिया क्योंकि उसने कबूल लिया था कि वह उनकी अनुपस्थिति में शूगर डेडी के कारण ही अपने खर्चे निकाल रही थी। 37 वर्षीय एंड्रयू वड्सवर्थ का करियर विवादों से भरा रहा है। वह मारपीट, हिंसा करने और डकैती जैसे अपराधों के लिए जेल जा चुका है। एंड्रयू वड्सवर्थ जनवरी 2019 में ड्रग केस में पकड़ा गया था वह पैरोल पर बाहर आया था जिस दौरान उसका प्रेमिका से झगड़ा हो गया।
दरअसल, पिछले साल सितंबर में एंड्रयू वड्सवर्थ ने मेलिसा बेलशॉ पर बेफवाई का आरोप लगाया था। दोनों ने मोबाइल चैट पर एक दूसरे को बुरा भला कहा था। एंड्रयू ने कहा कि उसकी गैरमौजूदगी में मेलिसा किसी दूसरे मर्द का सहारा ले रही थी। चैट पर तल्खी बढ़ी तो मेलिसा ने गुस्से में मान लिया कि उनके पास जब सर्वाइव करने के लिए कुछ नहीं था उसे शूगर डेडी (अमीर व्यक्ति जो शारीरिक जरूरतों के लिए महिलाओं का साथ रखता हो) का सहारा लेना पड़ा।
मेलिसा ने चैट में लिखा- एंड्रयू हां मेरे पास शूगर डैडी था। बस यही है। अब सच बाहर आ गया है। मैं जब तुम्हारे साथ नहीं थी तो मुझे वह 1200 पाऊंड एक सप्ताह के देता था। प्लीज यह किसीको बताना नहीं। वह मुझे मार्च में मिला था। वह मुझे हर सोमवार को पैसे भेजता था। मैं उसे सिर्फ सप्ताह में एक बार मिलने जाती थी।
मेलिसा के इकरारनामे के बाद एंड्रयू इस कदर गुस्से में आ गया कि उन्होंने गर्लफ्रैंड के कत्ल की साजिश बना डाली। निश्चित दिन पर जब मेलिसा उनसे मिली तो एंड्रयू ने तेजधार हथियारों के साथ वार कर दिया। मेलिसा को अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।