Sports

नई दिल्ली : पांच टैस्ट मैचों की सीरीज के पहले यानी एजबस्टन टैस्ट में भले ही भारतीय टीम इंगलैंड के हाथों 31 रनों से हार गई। लेकिन मैच दौरान भारतीय कप्तान विराट कोहली के संघर्ष को जरूर सराहना मिली। पहली पारी में जहां भारतीय टीम 100 की नीचे सिमटती नजर आ रही थी। ऐसे में कोहली ने मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हुए शानदार 149 रन बना दिए। अब भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने कोहली की उक्त बल्लेबाजी का राज खोलते हुए कहा कि बल्ले की रफ्तार में बदलाव कर कोहली ने यह मुकाम हासिल किया।
Image result for sunil gavaskar
चार साल पहले इंग्लैंड दौरे पर नाकाम रहे कोहली ने पहले टैस्ट में शतक जमाया हालांकि भारत को हार से नहीं बचा सके। गावस्कर ने कहा- यह जबर्दस्त था। उसने बल्ले की रफ्तार में कुछ बदलाव किया है। 2014 में वह आफ स्टम्प से बाहर जाती गेंदें नहीं खेल पा रहा था । अब वह गेंद के आने का इंतजार करता है। उन्होंने कहा- उसने जो बदलाव किया है, मानसिक रूप से खुद को ढाला है, वह असाधारण है। यही वजह है कि वह रन बना सका है। यह मामूली सा तकनीकी बदलाव है कि वह शरीर के पास नहीं खेल रहा। 
Image result for virat kohli
गावस्कर ने कहा कि इंग्लैंड में फुटवर्क और संयम की काफी जरूरत होती है। उन्होंने कहा- वहां फुटवर्क और संयम काफी अहम है क्योंकि गेंद उछलकर आती है। हम उसकी अपेक्षा नहीं कर रहे थे क्योंकि जून जुलाई में वैसे वहां मौसम भारत जैसा ही होता है। उपमहाद्वीप के खिलाडिय़ों के लिए यह आसान नहीं होता और यही वजह है कि मैं कहता रहता हूं कि हमें लाल गेंद का क्रिकेट अधिक खेलना चाहिए।