बातुमी , जॉर्जिया ( निकलेश जैन ) भारतीय महिला शतरंज टीम द्वारा पिछले वर्ष शतरंज ओलंपियाड का स्वर्ण पदक जीतना कोई तुक्का नहीं था और शतरंज में पुरुषो की तरह महिलाएं भी इतिहास रच रही है । विश्व शतरंज दिवस के ठीक पहले फीडे महिला विश्व कप शतरंज 2025 में भारतीय महिला शतरंज ने नया इतिहास रच दिया है। प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में पहली बार चार भारतीय महिलाएं जगह बनाने में सफल हुई हैं। इसका मतलब है कि अंतिम आठ में से आधी खिलाड़ी भारत से हैं। ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी, हरिका द्रोणावल्ली, आर वैशाली और इंटरनेशनल मास्टर दिव्या देशमुख ने चौथे राउंड में अपने-अपने टाईब्रेक मुकाबले जीतकर क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाया।
दिव्या ने जिनेर झू को चौंकाया - दिव्या देशमुख ने चीन की दूसरी वरीय ग्रैंडमास्टर जिनेर झू को 2.5-1.5 से हराकर सबसे बड़ी जीत हासिल की। पहले गेम में जीत हासिल करने के बाद उन्होंने दूसरा गेम ड्रॉ करते हुए मैच अपने नाम किया।
हंपी ने कोस्टेनियुक को किया बाहर - रूस की पूर्व विश्व चैम्पियन अलेक्ज़ान्द्रा कोस्टेनियुक को दो रैपिड टाईब्रेक में पछाड़ते हुए कोनेरू हंपी ने क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई। इससे यह तय हो गया कि इस बार विश्व कप में नया विजेता मिलेगा क्योंकि कोस्टेनियुक 2021 की पहली विजेता थीं। हरिका द्रोणावल्ली ने पहले टाईब्रेक गेम में हारने के बाद जोरदार वापसी की और अंततः 3.5-2.5 के स्कोर से रूस की कतेरीना लाग्नो को मात दी।
वैशाली की सबसे लंबी लड़ाई -आर वैशाली को कजाखस्तान की मेरुएर्त कमालिदेनोवा के खिलाफ आठ गेम की लंबी टाईब्रेक लड़ाई लड़नी पड़ी। अंततः उन्होंने 4.5-3.5 से जीत दर्ज कर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
सेमीफाइनल में भारत की उपस्थिति तय
क्वार्टर फाइनल में दिव्या देशमुख और हरिका द्रोणावल्ली आमने-सामने होंगी, जिससे यह सुनिश्चित हो गया है कि सेमीफाइनल में भारत की कम से कम एक खिलाड़ी जरूर पहुंचेगी। यह उपलब्धि भारतीय महिला शतरंज के इतिहास में पहली बार होगी।
क्वार्टर फाइनल में कोनेरू हंपी चीन की युशिन सॉन्ग से दिव्या देशमुख हमवतन हरिका द्रोणावल्ली से ,आर वैशाली चीन की जीएम झोंगी तान से और चीन की तिंगजी लेई जॉर्जिया की नाना डजगनिड्जे से मुक़ाबला खेलेंगी । आज तक कोई भी भारतीय महिला खिलाड़ी नें विश्व कप नहीं जीता है क्या इस बार यह कारनामा होगा इस पर दुनिया भर की नजरे होंगी ।