खेल डैस्क : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2023 की शुरूआत कुछ ही दिन में हो जाएंगी। इस दौरान टीम इंडिया में वापसी के लिए कई युवा सितारे मेहनत करते नजर आएंगे। ऐसे ही एक पेसर हैं खलील अहमद (Khaleel Ahmed)। खलीन भारत के लिए आखिरी बार 2019 में खेले थे। उन्होंने 11 वनडे तो 14 टी-20 खेले। लेकिन इस बार वह आईपीएल के जरिए टीम इंडिया में जाने का रास्ता ढूंढते दिखेंगे। खलील को इस बार दिल्ली कैपिटल्स ने नीलामी में 5.25 करोड़ रुपये की राशि दी है।
बहरहाल, खलील ने मेगा इवेंट के शुरू होने से पहले एक शो के दौरान अपनी जिंदगी से जुड़े अहम किस्से शेयर किए। राजस्थान के टोंक के रहने वाले खलील ने एक किस्सा शेयर करते हुए बताया कि मेरी 3 बड़ी बहनें हैं और मेरे पिता टोंक जिले में एक कंपाऊंडर थे। डैडी जब अपनी नौकरी पर जाते थे तो मुझे किराने का सामान, दूध या सब्जी खरीदने जाने जैसे काम करने पड़ते थे। इसी बीच जब मैं खेलने जाता तो घर के काम अधूरे रह जाते थे।

खलील बोले- मेरी मां अक्सर मेरे पिता से इसकी शिकायत करती थी, जो मुझे देखते थे और मुझसे पूछते थे कि मैं कहां हूं। मैं ग्राऊंड पर रहता था। इसपर वह बहुत गुस्सा करते थे क्योंकि मैं पढ़ता भी नहीं था। वह मेरी पिटाई करते थे, बेल्ट के साथ भी। मेरे शरीर पर निशान पड़ जाते थे जिससे इलाज देर रात मेरी बहन जख्मों पर दवा लगाकर करती थी।
खलील ने आगे कहा कि उनके पिता हमेशा चाहते थे कि बेटा डॉक्टर बने। बकौल खलील- मेरे पिता एक कंपाउंडर थे, इसलिए वह चाहते थे कि मैं एक डॉक्टर बनूं या उस क्षेत्र में कुछ करूं। वह सिर्फ यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि मुझे भविष्य में किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े। एक बार जब मैं क्रिकेट में थोड़ा आगे बढ़ गया, तो उन्होंने शुरुआत की। उन्होंने मुझे क्रिकेट खेलने के लिए कहा और कहा कि अगर मैं इसमें करियर बनाने में असफल रहा तो उनकी पेंशन मेरा ख्याल रखेगी।