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मुंबई : भारतीय कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने क्रिकेट विश्व कप (Cricket world cup) के सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड पर 70 रन की जीत के बाद बुधवार को यहां कहा कि उनकी टीम ने मैच में खराब क्षेत्ररक्षण के बावजूद धैर्य नहीं खोया। भारत ने 4 विकेट पर 397 रन बनाए और इस तरह से विश्व कप के नॉकआउट चरण में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम किया। इसके जवाब में न्यूजीलैंड की टीम 48.5 ओवर में 327 रन बनाकर आउट हो गई। भारत के लिए विराट कोहली (117 रन) के शतकों के अर्धशतक पूरा किया जबकि श्रेयस अय्यर ने 70 गेंद पर 105 रन बनाए। इन दोनों ने 128 गेंद पर 163 रन जोड़े।

 

कप्तान रोहित शर्मा ने 29 गेंद पर 47 रन तो वहीं 66 गेंद पर नाबाद 80 रन की पारी खेली। केएल राहुल 20 गेंद पर 39 रन बनाकर नाबाद रहे। मोहम्मद शमी ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 57 रन देकर सात विकेट लेकर भारतीय रिकॉर्ड बनाया। रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार समारोह में कहा कि मैंने यहां काफी क्रिकेट खेला है, इस मैदान पर कोई भी स्कोर हो, आप आराम नहीं कर सकते। हमें अपना काम पूरा करना था और योजना पर बने रहना था। हम जानते थे कि हम पर दबाव होगा। हमने मैदान पर आज खराब क्षेत्ररक्षण के बाद भी धैर्य नहीं खोया। उन्होंने कहा कि यह लंबा टूर्नामेंट है हमने नौ मैचों में अच्छा (क्षेत्ररक्षण) किया है और किसी मैच में ऐसा हो सकता है। हमें खुशी है कि हम अपने काम को सफलतापूर्वक करने में सफल रहे।


रोहित ने लक्ष्य का शानदार तरीके से पीछा करने के लिए न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन और डेरिल मिचेश की सराहना करने के साथ मैच में वापसी का श्रेय मोहम्मद शमी को दिया। उन्होंने कहा कि विलियमसन और मिचेल ने शानदार बल्लेबाजी की। हमारे लिए धैर्य बनाये रहना महत्वपूर्ण था। एक समय दर्शक भी शांत हो गये थे, लेकिन हम जानते थे कि हमें कैच या रन आउट की जरूरत थी। शमी ने ऐसे में  शानदार गेंदबाजी की।


रोहित ने टीम को बड़े लक्ष्य तक पहुंचाने में बल्लेबाजों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि टीम के शीर्ष पांच-छह बल्लेबाज शानदार लय में है। उन्हें जब भी मौका मिला है, उन्होंने इसका फायदा उठाया है। यह देखकर बहुत खुशी हुई कि अय्यर ने इस टूर्नामेंट में हमारे लिए क्या किया है। गिल, जिस तरह से हमारे लिए बल्लेबाजी की वह शानदार है। दुर्भाग्य से उसे ऐंठन के साथ बाहर जाना पड़ा। कोहली ने वही किया जिसके लिए वह जाने जाते है। उन्होंने अपना ऐतिहासिक शतक भी पूरा किया।

कप्तान ने माना कि टीम सेमीफाइनल मुकाबले को लेकर दबाव में थी। उन्होंने कहा कि आज जाहिर तौर पर सेमीफाइनल है तो यह नहीं कहूंगा कि कोई दबाव नहीं था। जब भी आप खेलते हैं तो दबाव होता है। सेमीफाइनल में थोड़ा अतिरिक्त  दबाव होता है। हम इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचना चाहते थे, बस वही करना चाहते थे जो हम पहले नौ मैचों में करते आए हैं।