नई दिल्ली : तटस्थ पैरालंपिक एथलीट (एनपीए) डेनिस ग्नजडिलोव ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप के तीसरे दिन सोमवार को यहां एफ40 गोला फेंक में दो बार विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के साथ स्वर्ण पदक जीता। रूस के 38 वर्षीय इस खिलाड़ी ने अपने शुरुआती प्रयास में 10.66 मीटर की दूरी हासिल की लेकिन इसके बाद के उनके चारों प्रयास स्वर्ण पदक के लिए काफी थे।
उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 11.85 मीटर की दूरी के साथ पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता पुर्तगाल के मिगुएल मोंटेइरो के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ा और फिर अपने पांचवें प्रयास में इसमें सुधार करते हुए 11.92 मीटर की दूरी हासिल की। तोक्यो 2020 पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता ग्नजडिलोव का यह तीसरा विश्व चैंपियनशिप खिताब है। यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस और बेलारूस पर प्रतिबंध के कारण इन दोनों देशों के खिलाड़ी एनपीए के तहत प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। छोटे कद के खिलाड़ियों की इस स्पर्धा में पुर्तगाल के मिगुएल मोंटेइरो (11.31 मीटर) और इराक के गर्राह तनायश (10.86 मीटर) ने कांस्य पदक जीता।
सोमवार सुबह को दो अन्य चैंपियनशिप रिकॉर्ड कायम हुए और इस दौरान पोलैंड पदक तालिका में शीर्ष पर पहुंच गया। पुरुषों की गोला फेंक एफ53 फाइनल में पोलैंड के बार्टोस्ज गोरजाक ने 8.67 मीटर का थ्रो करके मीट रिकॉर्ड को अपने नाम किया। महिलाओं के चक्का फेंक एफ44 फाइनल में मैक्सिको की ओसिरिस एनेथ माचाडो ने 44.36मीटर के थ्रो के साथ चैंपियनशिप रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। फौस्टिना कोटलोव्स्का ने महिलाओं की चक्का फेंक एफ 64 स्पर्धा में पोलैंड को दिन का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
इन दो स्वर्ण पदकों की मदद से पोलैंड पदक तालिका में चार स्वर्ण और चार कांस्य पदकों के साथ शीर्ष पर पहुंच गया। वह ब्राजील (तीन स्वर्ण, पांच रजत, दो कांस्य) और चीन (तीन स्वर्ण, चार रजत, तीन कांस्य) से आगे निकल गया। इस दौरान चुनौती पेश कर रहे भारतीय खिलाड़ियों में दयावंती ने सोमवार सुबह महिलाओं की चक्का फेंक एफ46 फाइनल में अपने आखिरी प्रयास में 27.94 मीटर का थ्रो करके चौथा स्थान हासिल किया। इस थ्रो से उन्होंने एशियाई रिकॉर्ड तो बनाया लेकिन वह कांस्य पदक विजेता अमेरिका की एलिसिया ग्युरेरो से 1.51 मीटर पीछे रह गईं।
आयुष वर्मा पुरुषों की गोला फेंक एफ5 फाइनल में पांचवें स्थान पर रहे। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास 7.23 मीटर का रहा जो कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ी से 97 सेंटीमीटर कम था। अनुभवी एथलीट रोंगाली रवि पुरुषों की गोला फेंक एफ40 फाइनल में पदक की दौड़ में शामिल नहीं हो पाए। उनका सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रयास 10.10मीटर रहा, जो पोडियम पर जगह बनाने के लिए जरूरी दूरी से 76 सेंटीमीटर कम था।