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स्पोर्ट्स डैस्क : आईपीएल 2023 में दिल्ली कैपिटल्स की हालत खराब दिख रही है। टीम अभी तक जीत का खाता नहीं खोल पाई। उसने 5 मैच खेले हैं, लेकिन सभी में उसे हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, वापसी की उम्मीद रख रही दिल्ली टीम ने घरेलू बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन को देखते हुए दो खिलाड़ियों को ट्रायल्स के लिए बुलाया है। दिल्ली ने बुधवार को अभिमन्यु ईश्वरन और प्रियम गर्ग को ट्रायल्स के लिए बुलाया। 

इन दोनों खिलाड़ियों ने अभी तक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेले हैं और वे आईपीएल नीलामी में नहीं बिके थे। दिल्ली कैपिटल्स की टीम में शामिल भारतीय बल्लेबाज अभी तक नहीं चल पाए हैं। पृथ्वी शॉ, यश धुल और ललित यादव की खराब फॉर्म को देखते हुए दिल्ली कैपिटल्स के प्रबंधन को उन खिलाड़ियों को भी बुलाना पड़ रहा है जिन्हें लंबी अवधि के प्रारूप का विशेषज्ञ माना जाता है। इनमें ईश्वरन भी शामिल हैं जो भारत ए की ‘टेस्ट' टीम के कप्तान हैं। 

दिल्ली कैपिटल्स से जुड़ी जानकारियों से अवगत रहने वाले आईपीएल सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा,‘‘ कोई भी टीम अधिक से अधिक 25 खिलाड़ियों को रख सकती है और दिल्ली की टीम के पास इतने खिलाड़ी पहले से ही हैं। अब यह दोनों खिलाड़ी किसकी जगह लेंगे या नहीं, इसकी जानकारी नहीं है। अभी वे दोनों ट्रायल्स पर हैं। दिल्ली कैपिटल्स की टीम में अभी केवल एक खिलाड़ी खलील अहमद फिट नहीं है लेकिन टीम प्रबंधन को उम्मीद है कि वह जल्दी ही पूरी फिटनेस हासिल कर लेंगे। घरेलू क्रिकेटरों के खराब प्रदर्शन के कारण दिल्ली की परेशानी समझी जा सकती है और यही वजह है कि उसे ईश्वरन जैसे खिलाड़ी को बुलाना पड़ा जिन्हें 50 ओवरों की क्रिकेट के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता है। उन्होंने अपने 10 साल के करियर में केवल 27 टी20 घरेलू मैच खेले हैं। भारतीय अंडर-19 टीम के पूर्व कप्तान गर्ग को उनकी तुलना में बेहतर बल्लेबाज माना जा सकता है। वह इससे पहले दो अवसरों पर आईपीएल में खेल चुके हैं। लेकिन उन्होंने 44 टी20 मैचों में केवल 17 की औसत और 115 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। 

इस बीच दिल्ली कैपिटल्स के तेज गेंदबाज कमलेश नागरकोटी की पीठ में चोट लग गई है। हालांकि वह गुरुवार को होने वाले मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के दावेदार नहीं हैं। दिल्ली किसी गेंदबाज के बजाय अतिरिक्त बल्लेबाज को टीम में रख सकता है। नागरकोटी ने चोटिल होने के कारण 2018 के अंडर-19 के दिनों से ही अपना अधिकतर समय राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में ‘रिहैब' करते हुए बिताया और इस बीच वह बहुत कम घरेलू मैचों में खेले।