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मानौस : भारतीय महिला फुटबॉल टीम की रक्षापंक्ति की खिलाड़ी दलिमा छिब्बर ने ब्राजील, चिली और वेनेजुएला के खिलाफ शुक्रवार से यहां शुरू हो रहे चार देशों के टूर्नामेंट के दौरान अपने साथी खिलाड़ियों को विरोधी टीमों के तेज-तर्रार खेल के लिए तैयार रहने को कहा। दिल्ली की इस खिलाड़ी को अमेरिका क्षेत्र के देशों की फुटबॉल खेलने की शैली की समझ है।  उन्होंने 2019 से हाल के दिनों तक कनाडा की ओर से मैनिटोबा बिसन्स का प्रतिनिधित्व किया है। 

दलिमा ने कहा कि जब मैं कनाडा में खेल रही थी तब मुझे दक्षिण अमेरिका के खिलाड़ियों के साथ मैदान साझा करने का अनुभव हुआ है। मैं आपको बता सकती हूं कि दुनिया के इस हिस्से के खिलाड़ी बेहद कुशल हैं, और टीमें बहुत तेज गति से खेलती हैं। उनके पास काफी अनुभवी खिलाड़ी भी हैं, लेकिन हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए मैदान में उतरेंगे। हम कुछ बड़ा करने की तैयारी कर रहे हैं। अगर हम आगामी एशियाई कप में अच्छा करते हैं तो विश्व कप के लिए भी क्वालीफाई कर सकते हैं। इसलिए हमारा पूरा ध्यान उसी पर है।

फीफा रैंकिंग में 57वें स्थान पर काबिज भारतीय टीम को 25 नवंबर को ब्राजील का सामना करना है। विश्व रैंकिंग में 37वें स्थान की टीम चिली के खिलाफ उसे 29 नवंबर और वेनेजुएला (विश्व रैंकिंग 56) के खिलाफ दो दिसंबर को भिड़ना है। मिडफील्डर इंदुमति कथैरेसन ने कहा कि मजबूत विपक्ष के खिलाफ ये मैच अगले साल भारत में होने वाले एएफसी एशियाई कप के लिए ‘लॉन्चपैड' (तैयारी) के रूप में काम कर सकते हैं। इंदुमति ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की एक में कहा, "बेशक, ब्राजील एक बहुत बड़ी टीम है। उनके पास मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ खेलने का काफी अनुभव है और मुझे यकीन है कि वे शीर्ष स्तर पर खेलेंगे। 

इस अनुभव को एशियाई कप में ले जाना अच्छा होगा। भारतीय महिला टीम इस साल पहले ही छह अलग-अलग देशों में तुर्की, सर्बिया, उज्बेकिस्तान, यूएई, बहरीन और स्वीडन में खेल चुकी है। गोलकीपर अदिति चौहान ने बड़े टूर्नामेंट की तैयारी के लिए इस तरह के मैच खेलने के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ये अंतरराष्ट्रीय मैच टीम के लिए बहुत मददगार हैं। एक-दूसरे  के साथ खेलने में सक्षम होने के साथ यह एक-दूसरे को समझने में भी मदद करता है।