स्टावेंगर , नॉर्वे ( निकलेश जैन ) साल के सबसे मजबूत सुपर ग्रांड मास्टर टूर्नामेंट नॉर्वे शतरंज का अंत बेहद नाटकीय अंदाज में हुआ जहां खिताब के दोनों प्रमुख दावेदार विश्व के नंबर एक खिलाड़ी मैगनस कार्लसन और डी विश्व चैम्पियन डी गुकेश को हार का सामना करना पड़ा और ऐसे में कार्लसन विजेता बनने में कामयाब रहे ।
अर्जुन नें रोका कार्लसन का रथ - भारत के नंबर एक और दुनिया के नंबर 3 खिलाड़ी अर्जुन एरीगैसी सफ़ेद मोहरो से मैगनस का सामना कर रहे थे , पिछली बार वह कार्लसन से पांचवें राउंड में पराजित हो गए थे इस बार सफ़ेद मोहरो से खेलते हुए पहले तो उन्होने कार्लसन से क्लासिकल में ड्रॉ पर रोका और फिर उन्हे टाईब्रेक आर्मगोडेन में मात देते हुए जीत के साथ अपना अभियान समाप्त किया । इस हार के बाद भी कार्लसन को क्लासिकल का एक अंक मिला और वह 16 अंको पर पहुँच गए । ऐसे में गुकेश के पास मौका था की वह कारुआना को हराए और विजेता बन जाये ।

करूआना के खिलाफ गुकेश नें काले मोहरो से इटेलिअन ओपनिंग में थोड़ा हटकर रास्ता बनाने की कोशिश की और राजा को वजीर के हिस्से में किलेबंदी करके ले गए जबकि करूआना नें राजा के हिस्से में किलेबंदी करते हुए अपने राजा को रखा और गुकेश पर हमला करना शुरू कर दिया । उन्होने अपना हाथी देकर गुकेश का एक ऊंट और घोडा ले लिया , इन सबके बावजूद गुकेश नें अपना एक प्यादा तेजी से वजीर बनाने के लिए आगे बढ़ा दिया और खेल की 48वीं चाल में जब गुकेश के पास सिर्फ 7 सेकंड बाकी थे वह बड़ी गलती कर बैठे अपना हाथी मुफ्त में दे बैठे और इस तरह वह ख़िताबी दौड़ से बाहर होकर 14.5 अंको के साथ तीसरे स्थान पर रहे

और कार्लसन 16 अंको के साथ विजेता जबकि करूआना 15.5 अंको के साथ दूसरे स्थान पर रहे । यूएसए के हिकारु नाकामुरा 14 अंक बनाकर चौंथे,अर्जुन 13 अंक बनाकर पांचवें और चीन के वे यी 9.5 अंक बनाकर आखिरी छठे स्थान पर रहे ।
महिला वर्ग - उक्रेन की एना मुज़्युचुक नें जीता खिताब , भारत को हम्पी तीसरे स्थान पर रही

महिला वर्ग में उक्रेन की एना 16.5 अंक बनाकर खिताब जीतने में सफल रही भारत की आर वैशाली नें उन्हे अंतिम दिन क्लासिकल में ड्रॉ खेलने के बाद टाईब्रेक में पराजित किया पर एना सर्वाधिक अंको के साथ पहला स्थान हासिल करने में सफल रही । हालांकि की भारत की कोनेरु हम्पी नें शानदार खेल दिखाया और विश्व चैम्पियन चीन की जु वेंजून को टाईब्रेक में हराकर 1.5 और जोड़े पर वह 15 अंको के साथ तीसरे स्थान पर रही जबकि चीन की लेई टिंगजे 16 अंक बनाकर दूसरे स्थान पर रही । विश्व चैम्पियन जु वेंजून 13.5 अंको के साथ चौंथे , वैशाली 11 अंको के साथ पांचवें और स्पेन की सरासदात 9 अंक बनाकर आखिरी स्थान पर रही ।