सिडनी : दिग्गज ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 22 नवंबर से शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की बोर्डर-गावस्कर श्रृंखला की तैयारी शुरू कर दी है और उन्होंने उभरते हुए स्टार बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल से निपटने के लिए इंग्लैंड के स्पिनर टॉम हार्टले से सलाह ली है। पिछले साल वेस्टइंडीज में पदार्पण पर शतक बनाने वाले जायसवाल ने इस साल की शुरुआत में घरेलू मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला में 712 रन बनाए थे लेकिन ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर मिलने वाली गति और उछाल मुंबई के इस बल्लेबाज के लिए अलग चुनौती पेश करेगी।
लियोन ने कहा, ‘मेरा अभी तक उनसे (जायसवाल) सामना नहीं हुआ है लेकिन यह हम सभी गेंदबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।' उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से वह (जायसवाल) इंग्लैंड के खिलाफ खेला, मैंने उसे काफी करीब से देखा और मुझे लगा कि यह शानदार था।' लियोन ने कहा, ‘मैंने टॉम हार्टले (इंग्लैंड के बाएं हाथ के स्पिनर) के साथ अलग-अलग गेंदबाजों के खिलाफ उसके खेलने के तरीकों के बारे में काफी अच्छी बातचीत की जो मुझे काफी दिलचस्प लगी।'
लियोन लंकाशर की ओर से इंग्लिश काउंटी में खेले और उन्हें हार्टले के साथ बातचीत करने का मौका मिला जिन्होंने भारत के खिलाफ चार टेस्ट मैच में 20 विकेट लिए थे और वह ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें जायसवाल के खिलाफ खेलने का अनुभव है। ऑस्ट्रेलिया ने 2014-15 में बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-0 से जीतने के बाद से भारत के खिलाफ अगली चार श्रृंखलाएं गंवाई हैं। इनमें से दो श्रृंखलाएं विराट कोहली (2016-17, 2018-19) की अगुआई में जबकि एक-एक अजिंक्य रहाणे (2021) और रोहित शर्मा (2023) की अगुआई में खेली गई।
लियोन के अलावा 2014-15 श्रृंखला में खेलने वाले जोश हेजलवुड अब भी ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा हैं और उन्होंने स्वीकार किया कि भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के हालिया परिणाम उनके रिकॉर्ड में एक बड़ी कमी दर्शाते हैं। लियोन ने कहा, ‘यह दस साल का अधूरा काम है, यह काफी लंबा समय रहा है और मुझे पता है कि हम चीजों को बदलने के लिए बेहद भूखे हैं, खासकर यहां घरेलू मैदान पर।' उन्होंने कहा, ‘मुझे गलत मत समझिए, भारत एक सुपरस्टार टीम है और उनका सामना करना बेहद चुनौतीपूर्ण है, लेकिन मैं चीजों को बदलने के लिए बेहद भूखा हूं और यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि हम उस ट्रॉफी को वापस लाएं।'