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चंडीगढ : भारत के पहले ओलंपिक व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा को बखूबी पता है कि शीर्ष स्तर पर दबाव का सामना कैसे करना है और उन्होंने पेरिस ओलंपिक जा रहे भारतीय खिलाड़ियों को वर्तमान में रहने और खुले दिमाग से खेलने की सलाह दी। बीजिंग ओलंपिक 2008 में पुरूषों की 10 मीटर राइफल स्पर्धा का स्वर्ण जीतने वाले बिंद्रा ने कहा कि भारतीय खिलाड़ियों को ओलंपिक में बिताये समय का पूरा लुत्फ उठाना चाहिए। 

उन्होंने भारतीय एथलेटिक्स महासंघ द्वारा एक कार्यक्रम में कहा, ‘मैं सभी खिलाड़ियों को शुभकामना देना चाहता हूं। उन्होंने इतनी स्पर्धाओं में लगातार अच्छा खेलकर वैसे ही हमें गौरवान्वित किया है। अब विश्व स्तर पर छा जाने का समय है।' उन्होंने कहा, ‘ओलंपिक खेलों का सर्वोच्च मंच है। पूरी दुनिया उनका स्वागत करने को तत्पर है। पूरा देश चाहता है कि हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करें।' बिंद्रा ने कहा, ‘मैं यही कहूंगा कि वर्तमान में रहें, अतीत या भविष्य का नहीं सोचें। खुले दिमाग से खेलें और अपनी मेहनत पर भरोसा रखें। असली आत्मविश्वास उसी मेहनत से आता है जो आप इतने समय से कर रहे हैं।' 

दो बार एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके शॉट पुट खिलाड़ी तेजिंदर पाल सिंह तूर ने कहा कि तोक्यो में नीरज चोपड़ा को भाला फेंक में मिले स्वर्ण पदक से ट्रैक और फील्ड में बाकी खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा, ‘हमारे एथलीट पेरिस में पदक जीतेंगे। नीरज चोपड़ा के स्वर्ण पदक के बाद से बाकी एथलीट भी प्रेरित हुए हैं।' एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी किशोर जेना ने कहा, ‘हमें देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। यह खुशी की बात है कि इतने खिलाड़ियों ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है। हमें अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है।'