स्पोर्ट्स डेस्क : भारत के घरेलू क्रिकेट सत्र की शानदार शुरुआत के बीच, रणजी ट्रॉफी 2025-26 के उद्घाटन दिन बीसीसीआई से एक बड़ी चूक हो गई। मुंबई की टीम के दो भाई सरफराज खान और मुशीर खान के नामों में हुई गलती ने न सिर्फ प्रशंसकों को भ्रमित कर दिया बल्कि सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी। यह घटना श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ मैच के दौरान हुई।
गलती से सरफराज बने ओपनर
बीसीसीआई की वेबसाइट पर जारी शुरुआती स्कोरकार्ड में सरफराज खान को ओपनर बताया गया और यह दर्ज किया गया कि उन्हें तेज़ गेंदबाज़ औकिब नबी ने शून्य पर आउट किया। इससे फैन्स में हैरानी फैल गई, क्योंकि सरफराज आमतौर पर मध्यक्रम में बल्लेबाज़ी करते हैं, न कि ओपनिंग करते हैं। हालांकि, कुछ ही देर में यह स्पष्ट हो गया कि असल में पारी की शुरुआत सरफराज के छोटे भाई मुशीर खान ने की थी, जो तीसरी ही गेंद पर आउट हो गए थे। बाद में बीसीसीआई ने अपनी गलती सुधार ली, लेकिन तब तक सोशल मीडिया पर “#SarfarazDuck” और “#RanjiMixUp” जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
प्रशंसकों में मचा भ्रम और नाराजगी
बीसीसीआई की इस गलती के चलते क्रिकेट प्रशंसकों में भ्रम की स्थिति बन गई। कई लोगों ने सवाल उठाया कि इतनी अहम टूर्नामेंट में आधिकारिक स्कोरिंग जैसी चीज़ में लापरवाही कैसे हो सकती है। क्रिकेट प्रेमियों ने कहा कि यह न सिर्फ खिलाड़ियों की छवि पर असर डालता है बल्कि रिकॉर्ड्स और विश्लेषण के लिए भी परेशानी पैदा करता है। बाद में स्कोरकार्ड में सुधार कर दिया गया और स्पष्ट किया गया कि मुशीर ओपनर थे जबकि सरफराज ने अपनी सामान्य पोज़िशन पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की।
मुंबई की पारी में सरफराज का योगदान
गलतफहमी के बावजूद, सरफराज ने अपने वास्तविक बल्लेबाज़ी क्रम में उतरकर शानदार खेल दिखाया। उन्होंने 48 गेंदों में छह चौके और एक छक्के की मदद से 42 रन बनाए, इससे पहले कि वह रन आउट हो गए। उनके आउट होने के बाद सिद्धेश लाड (86)* और शम्स मुलानी (23)* ने पारी को संभालते हुए मुंबई को 302/5 के मजबूत स्कोर तक पहुँचा दिया।
रणजी ट्रॉफी 2025-26 की शुरुआत
भारत का सबसे प्रतिष्ठित घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी 2025-26 बुधवार से शुरू हुआ। इस सीज़न में देश भर की 38 टीमें हिस्सा ले रही हैं। टूर्नामेंट का यह 91वां संस्करण है और यह 24 फरवरी 2026 तक चलेगा। पिछले सीजन की चैंपियन विदर्भ टीम है, जिसने फाइनल में केरल को हराकर खिताब जीता था। वहीं, मुंबई, जिसने अब तक रिकॉर्ड 42 बार यह खिताब जीता है, अपने अभियान की शुरुआत नए जोश और एक और ट्रॉफी की उम्मीद के साथ कर रही है।
BCCI के लिए सबक
यह घटना बीसीसीआई के लिए एक सबक के तौर पर सामने आई है। घरेलू क्रिकेट में डेटा और रिकॉर्ड की सटीकता बेहद अहम होती है। एक छोटी-सी गलती भी खिलाड़ियों के करियर आंकड़ों और दर्शकों के भरोसे को प्रभावित कर सकती है। हालांकि बोर्ड ने तुरंत सुधार कर स्थिति संभाल ली, लेकिन यह घटना बताती है कि तकनीकी और प्रशासनिक सतर्कता कितनी जरूरी है- खासकर भारत जैसे क्रिकेट-प्रेमी देश में, जहां हर गेंद और हर रन की अहमियत होती है।