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तिरुवनंतपुरम : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहले टी20 मैच में बेहरेनडोर्फ ऑस्ट्रेलिया के अकेले गेंदबाज थे जिन्होंने बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। उन्होंने चार ओवर में 25 रन देकर एक विकेट लिया। भारत ने 209 रन का लक्ष्य हासिल करके श्रृंखला में शुरुआती बढ़त बनाई थी। इस मैच में सूर्यकुमार और किशन ने अर्धशतक लगाए थे।


बेहरेनडोर्फ से पूछा गया कि वह मुंबई इंडियंस के अपने इन साथियों पर अंकुश लगाने के लिए क्या रणनीति अपनाएंगे, उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि मैं किसी दूसरे को गेंद सौंप दूंगा। बेहरेनडोर्फ ने दूसरे टी20 मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। उनसे एक कदम आगे रहने की कोशिश की जा सकती है और ऐसा करना कई बार मुश्किल होता है। हो सकता है कि गति, लाइन और लेंथ में बदलाव को लेकर हम जो कर सकते हैं वह करें।

 

टीम प्रबंधन की बेहरेनडोर्फ के लिए सरल रणनीति है, पहले 6 ओवरों में विकेट हासिल करके विरोधी टीम को दबाव में लाना। बेहरेनडोर्फ ने कहा कि मैं भाग्यशाली रहा कि जब भी मैं भारत में खेला तब गेंद स्विंग हो रही थी। इसलिए मैं अपने मजबूत पक्ष के साथ ही गेंदबाजी करता रहा हूं और मेरा प्रयास गेंद को स्विंग कराकर पावरप्ले में विकेट लेना रहा है। मैं ऐसा करने में सक्षम हूं।

 

बेहरेनडोर्फ आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हैं। उन्होंने इस साल इस टूर्नामेंट के 12 मैच में 14 विकेट लिए थे। वह ऑस्ट्रेलिया की विश्व कप विजेता टीम के सदस्य नहीं थे और इस दौरान उन्होंने घरेलू क्रिकेट में खेल कर इस श्रृंखला की तैयारी की। उन्होंने कहा कि मैं घरेलू क्रिकेट खेल कर इस श्रृंखला की तैयारी कर रहा था। भारत आकर उनके खिलाफ खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है।