पर्थ : भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने विराट कोहली (Virat Kohli) के शानदार शतक को ऑस्ट्रेलिया के लिए ‘बुरा' संकेत करार देते हुए रविवार को यहां कहा कि पिछले 15 वर्ष में किसी भी विदेशी खिलाड़ी ने इस देश में नियमित तौर पर उनकी तरह प्रभावशाली बल्लेबाजी नहीं की है। कोहली ने पांच मैचों की बॉर्डर गावस्कर श्रृंखला के शुरूआती टेस्ट की दूसरी पारी में नाबाद 100 रन बनाए। उन्होंने टेस्ट करियर में अपने 30वें शतक के साथ लय में वापसी की। इस 36 साल के खिलाड़ी का यह ऑस्ट्रेलिया में 7वां शतक है। वह महान सचिन तेंदुलकर (6 शतक) को पीछे छोड़कर ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले भारतीय बन गए।
शास्त्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में 7 शतक। बड़ा मौका, बड़े मैदान और दुनिया की सबसे ज्यादा उछाल वाली पिचें। मुझे नहीं लगता कि पिछले 15 साल में किसी विदेशी बल्लेबाज ने इस अंदाज में बल्लेबाजी की होगी। उन्होंने कहा कि वह 2 मैचों में दो शतक लगाते हैं। आप श्रृंखला के लिए इससे बेहतर मंच तैयार नहीं कर सकते हैं। शास्त्री कोहली की अगुवाई वाली उस भारतीय टीम के मुख्य कोच थे जिसने 2018-19 में पहली बार ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला में परचम लहराया था।
शास्त्री ने कहा कि वे उन्हें ‘किंग (राजा)' कहते हैं। श्रृंखला की शुरुआती मैच में शतक बनाना भारत के लिए काफी अच्छा संकेत है। यह ऑस्ट्रेलिया के नजरिये से बुरा संकेत है। उन्होंने कहा कि इस शतक की खुशी उसके चेहरे पर झलक रही थी। यह लाजवाब शतक रहा और मुझे लगता है कि दुनिया भर के प्रशंसक इस खिलाड़ी से ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन देखना चाहते थे।
कोहली ने अपनी शतकीय पारी के बाद मुश्किल समय में साथ देने के लिए पत्नी अनुष्का का शुक्रिया अदा किया। शास्त्री ने कहा कि यह उनके लिए भावनात्मक क्षण था। उन्होंने कहा कि यह खास पल है। आप यहां उनके परिवार और उनकी पत्नी को देख सकते हैं। उसकी आंख में आंसू होंगे। उन्होंने इसके लिए बहुत मेहनत की है। यह उनके लिए बहुत मायने रखता है। वह भारतीय क्रिकेट का बड़ा सेवक होने के साथ दुनिया भर में टेस्ट क्रिकेट के लिए दूत की तरह हैं।