नई दिल्ली : पूर्व भारतीय स्पिनर आर अश्विन, बिग बैश लीग (BBL) में खेलने वाले पहले पुरूष भारतीय कैप्ड खिलाड़ी बन सकते हैं। BBL के चार क्लब आगामी सत्र के आखिरी चरणों के लिए उनकी सेवाएं लेना चाहते हैं। इन टीमों के नाम सिडनी थंडर, सिडनी सिक्सर्स, ऐडिलेड स्ट्राइकर्स और होबाटर् हरिकेंस हैं, जिसमें थंडर और हरिकेंस दौड़ में सबसे आगे हैं। इस सप्ताह के अंत तक यह डील फाइनल हो सकता है।
भारत का कोई भी अंतररष्ट्रीय खिलाड़ी अब तक BBL में नहीं खेला है। BCCI केवल संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को ही विदेशों की टी20 लीग्स में खेलने की अनुमति देता है। इस साल के शुरू में दिनेश कार्तिक ने SA20 में पार्ल रॉयल्स के लिए खेला था। इससे पहले 2023 में अंबाती रायुडू सीपीएल में सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रिएट्स के लिए और फिर जनवरी 2024 में MI एमिरेट्स के लिए आईएलटी20 में खेल चुके हैं। इसी सीजन में रॉबिन उथप्पा और युसूफ़ पठान दुबई कैपिटल्स का हिस्सा थे। वहीं दो साल पहले अबु धाबी टी10 में सुरेश रैना, डेक्कन ग्लैडिएटर्स का हिस्सा थे।
अश्विन पहले ही UAE में होने वाली ILT20 नीलामी का हिस्सा हैं, जो अगले मंगलवार को होगी। अगर वह खरीदे गए तो वह पूरा आईएलटी20 खेलेंगे, जो 2 दिसंबर से 4 जनवरी तक चलेगा। बीबीएल 14 दिसंबर से शुरू होगा और फाइनल 20 जनवरी से 25 जनवरी के बीच हो सकता है। इसका मतलब है कि अश्विन किसी एक टीम के लिए सत्र के अंत में तीन-चार मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे और अगर वह टीम क्वालिफ़ाई करती है, तो फाइनल में भी खेल सकते हैं।
एक रिपोर्ट में पता चला है कि उनकी डील में 2026-27 का BBL भी शामिल होगा। BBL क्लब अपने एकदाश में केवल तीन विदेशी खिलाड़यिों को ही खिला सकते हैं। लीग के प्री-सीजन नियमों और जून के ओवरसीज ड्राफ्ट के जरिए हर क्लब पहले ही तीन विजेशी खिलाड़ियों को लॉक कर चुका है। इसके बाद सभी क्लब अतिरिक्त चार विदेशी रिप्लेसमेंट खिलाड़यिों को साइन कर सकते हैं। यानी उनके दल में कुल सात विदेशी खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं, लेकिन एक समय में केवल तीन ही खेल सकते हैं।
लीग के आखिरी हिस्से में अगर किसी टीम ने किसी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को SA20 के लिए रिलीज किया तो अश्विन एकादश में उनकी जगह ले सकते हैं। लीग के नियमों के अनुसार रिप्लेसमेंट विदेशी खिलाड़यिों को भी ड्राफ्ट के लिए नामांकन करना होता है, जिसे अश्विन ने तब नहीं किया था क्योंकि उस समय उन्होंने आईपीएल से संन्यास नहीं लिया था। मगर ऐसी परिस्थितियों के लिए एक छूट यह है कि यदि किसी विदेशी खिलाड़ी के लिए परिस्थिति बदल गई हो, तो उसे बीबीएल में खेलने की अनुमति दी जा सकती है। जो क्लब अश्विन को साइन करेगा, उसे अभी ही उनका वेतन, अपने ओवरऑल पर्स के भीतर फ़टि करना होगा।
अधिकांश टीमों के पर्स पहले ही आवंटित हो चुके हैं। लेकिन संभव है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के साथ एक अतिरिक्त मार्केटिंग एग्रीमेंट होगा, जो उस टीम के सैलरी कैप में नहीं गिना जाएगा, जो भी टीम अश्विन को लेगी। टीमें एक विशिष्ट वर्ष में लीग की तकनीकी समिति की मंजूरी के साथ कैप से 5त्न अधिक भी जा सकती हैं, बशर्ते कि उसे तीन साल की अवधि में बैलेंस किया जाए।