मुंबई : भारत के सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में 0-3 की हार को निराशाजनक करार करते हुए घरेलू मैदान पर मिली शिकस्त के लिए खुद को दोषी ठहराया। यह पहली बार है जब भारत को घरेलू मैदान पर तीन या उससे अधिक टेस्ट मैचों की श्रृंखला में वाइटवॉश का सामना करना पड़ा जबकि पिछले 12 वर्ष से भारत को अपनी सरजमीं पर पराजय नहीं झेलनी पड़ी थी।
अश्विन ने अपने ‘यूट्यूब चैनल' पर कहा कि हमें न्यूजीलैंड से 0-3 की हार का सामना करना पड़ा। मैंने कहीं पढ़ा था कि भारत में ऐसा कभी नहीं हुआ है। मेरे करियर और अब तक अनुभव में मैं जानता हूं कि जब हम खेलते हैं तो हमारे अंदर इतनी भावनायें नहीं होती हैं। लेकिन यह बहुत ही निराशाजनक अनुभव है जो कि सही शब्द है। पिछले दो या तीन दिन मैं इस पर कैसे प्रतिक्रिया दूं, यह नहीं जान पा रहा।
अश्विन ने इस दौरान अपने बच्चों का भी जिक्र किया जिसके सामने वह शिकायत करते रहे और सीरीज हार की जिम्मेदारी भी ली। अश्विन ने कहा कि मैं खुद से सवाल पूछता रहता था। मैं बहुत चर्चा करता था। अगर मुझे शिकायत करनी होती थी, तो मैं अपने बच्चों से शिकायत करता था। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। यह पर्याप्त नहीं था। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो कहता है कि जो कुछ भी गलत हुआ उसका कारण मैं हूं। मैं भी एक बड़ा कारण और उसका एक बड़ा हिस्सा हूं। मैं इस तथ्य से बहुत दुखी हूं कि इस श्रृंखला में, मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो अकेला रह सकूं। किसी को भी बाहर करो और इसे टीम गेम में दिखाओ।
अश्विन ने कहा कि मैं निचले क्रम के रन में योगदान नहीं दे सका। एक गेंदबाज के तौर पर मैं जानता हूं कि गेंदबाज के लिए रन बहुत जरूरी होते हैं। मैंने कई जगहों पर अच्छी शुरुआत की। लेकिन मैंने कुछ मौकों पर इसे गंवा दिया। मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, लेकिन यह काफी नहीं था। इस अनुभवी खिलाड़ी ने उम्मीद जताई कि टीम श्रृंखला में शर्मनाक हार से सीख लेगी।
38 वर्षीय गेंदबाज ने कहा कि कोई भी अजेय नहीं है इसलिए हारना कोई बुरी बात नहीं है। हमारी पहली गलती यह सोचना है कि हम अजेय हैं। और मैं ऐसा नहीं सोचता। 20 दिन के बाद जब हम चिंतन करेंगे तो हमें स्पष्टता मिलेगी। अश्विन ने 6 पारियों में 41.22 की औसत से केवल नौ विकेट लिए जबकि श्रृंखला में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 63 रन देकर 3 विकेट चटकाना रहा।