खेल डैस्क : आशुतोष शर्मा जब पंजाब किंग्स मे थे तो शशांक सिंह के साथ मिलकर उन्होंने कई ऐतिहासिक साझेदारियां निभाई और पंजाब को महत्वपूर्ण जीतें दिलाई। आशुतोष छठे नंबर पर क्रीज पर आते थे तब तक पंजाब हार की कागार पर होता था। लेकिन आशुतोष ने अपनी जोरदार हिटिंग के कारण पंजाब को मैच भी जितवाए। आईपीएल मेगा नीलामी 2025 से पहले पंजाब किंग्स ने टीम पूरी नई बनाने के लिए सिर्फ शशांक सिंह और प्रभसिमरन सिंह को ही रिटेन किया था। नीलामी जब चली तो पंजाब ने आशुतोष को वापस लाने की कोशिश की लेकिन दिल्ली ने 3.80 करोड़ की बोली लगाकर अपनी अपनी टीम में खींच लिया। यही खरीदारी दिल्ली के आखिरकार काम आई और उन्हें 1 विकेट से जीत मिली।
आशुतोष का जन्म 15 सितंबर 1998 को मध्य प्रदेश के रतलाम में एक सामान्य परिवार में हुआ था। वह दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं और मुख्य रूप से मध्य क्रम में खेलते हैं। आशुतोष ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत मध्य प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हुए की और बाद में रेलवे की टीम का हिस्सा बने। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2023 में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 11 गेंदों में अर्धशतक बनाकर सुर्खियां बटोरीं, जो भारत के लिए टी20 क्रिकेट में सबसे तेज अर्धशतक का रिकॉर्ड है। इस प्रदर्शन ने उन्हें युवराज सिंह के रिकॉर्ड को तोड़ने में मदद की। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी और बड़े शॉट्स खेलने की क्षमता ने उन्हें चर्चा में ला दिया।

आईपीएल में आशुतोष ने 2024 में पंजाब किंग्स के लिए डेब्यू किया जहां उन्होंने 11 मैचों में 189 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 167.25 रहा। उनकी सबसे बड़ी पारी 61 रनों की थी। आईपीएल 2025 की नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 3.8 करोड़ रुपए में खरीदा। आशुतोष जब 8 साल के थे तो मां बाप के साथ इंदौर चले गए थे, जहां उन्होंने मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की रेजिडेंशियल अकादमी में ट्रेनिंग शुरू की। उनकी प्रेरणा नमन ओझा और सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी रहे हैं। लेकिन वह अपना हीरो शिखर धवन को मानते हैं। अपनी कमाल की पारी के कारण प्लेयर ऑफ द मैच बने आशुतोष शर्मा ने कहा कि वह अपना यह अवार्ड शिखर धवन को समर्पित करते हैं।
मैच की बात करें तो दिल्ली के कप्तान अक्षर पटेल ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। लखनऊ के लिए मार्श ने 72 तो निकोल्स पूरन ने 75 रन बनाए। अंत में मिलर ने 27 रन बनाकर स्कोर 8 विकेट पर 209 तक पहुंचा दिया। जवाब में खेलने उतरी दिल्ली की शुरूआत खराब रही। लेकिन मध्यक्रम में ट्रिस्टन, विपराज और और फाफ ने उपयोगी रन बनाए। अंत में आशुतोष के बल्ले से 60 रन निकले लेकिन यह जीत के लिए काफी नहीं थे। क्योंकि आखिरी ओवर में 6 रन चाहिए थे पर मोहित के खिलाफ पहली ही गेंद पर पगबाधा की अपील हुई लेकिन यह असफल रही। मोहित ने दूसरी गेंद पर सिंगल लिया तो आशुतोष ने तीसरी गेंद पर छक्का मारकर अपनी टीम को 1 विकेट से जीत दिला दी।