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बेंगलुरुः भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी का मानना है कि नियमित कप्तान विराट कोहली को अफगानिस्तान के खिलाफ 14 जून से यहां होने वाले एकमात्र ऐतिहासिक टेस्ट मैच में खेलना चाहिए था।  चौधरी और राष्ट्रीय चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद मंगलवार को यहां भारतीय टीमों की घोषणा करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे लेकिन विराट के इस टेस्ट में खेलने को लेकर दोनों की राय अलग-अलग थी।  

यह पूछे जाने पर कि क्या विराट को इस टेस्ट मैच को पूरा महत्त्व देना चाहिए था और अफगानिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए था, चौधरी ने कहा कि वह इस बात से सहमत हैं कि टेस्ट क्रिकेट को अन्य फॉर्मेट के मुकाबले ज्यादा महत्त्व दिया जाना चाहिए और बीसीसीआई का मुख्य ध्यान टेस्ट क्रिकेट पर ही रहेगा। उन्होंने साथ ही कहा कि विराट को यह टेस्ट मैच ‘मिस’ नहीं करना चाहिए था। टीम इंडिया के नियमित कप्तान विराट इस टेस्ट मैच में खेलने के बजाय इस दौरान इंंग्लिश काउंटी सरे के साथ व्यस्त रहेंगे ताकि वह आगामी इंग्लैंड दौरे की तैयारी कर सकें।  

इसी सवाल पर चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद की राय अलग थी। उन्होंने कहा कि विराट को छोड़कर पूरी भारतीय टेस्ट टीम इस मैच में खेल रही है। उन्होंने कहा कि विराट इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए इस मैच में नहीं खेल रहे हैं। यदि वह काउंटी में इंग्लिश परिस्थितियों में अच्छा करते है तो भारत के लिए इंग्लैंड में सीरीज जीतने का अच्छा मौका बन सकता है।   

इससे पहले सीओए प्रमुख विनोद राय ने हाल में कहा था, ''सीओए ने फैसला किया है कि इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट खेलने वाले विशेषज्ञ खिलाड़यिों को इंग्लैंड जाकर काउंटी क्रिकेट में खेलकर अपनी तैयारियों को पुख्ता करना चाहिए। अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट के लिए हम ऐसे किसी भी खिलाड़ी को काउंटी क्रिकेट खेलने से नहीं रोकेंगे। इस टेस्ट में वही टीम उतरेगी जो श्रीलंका के खिलाफ खेली थी। अफगानिस्तान की टीम भारत के खिलाफ टेस्ट खेलने आएगी विराट के खिलाफ नहीं। हमारी प्राथमिकता इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतना है।''