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नई दिल्ली : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने ओलिम्पिक कांस्य पदक जीतने वाली टीम को आत्ममुग्धता से बचने की सलाह देते हुए कहा कि अगले छह महीने यह विश्लेषण करने और समझने में बीतेगा कि टीम अपने प्रदर्शन को अगले स्तर तक कैसे पहुंचा सकती है। भारतीय टीम ने पिछले महीने तोक्यो खेलों में ओलिम्पिक पदक के 41 साल के इंतजार को खत्म करते हुए कांस्य पदक जीता था।

रीड ने कहा कि इस समय हम तीसरे (विश्व रैंकिंग) स्थान पर हैं, ऑस्ट्रेलिया और बेल्जियम लगातार खेल के उच्च स्तर पर रहे हैं। हमें उस स्तर तक पहुंचने में सक्षम होने की जरूरत है। इस टीम के लिए मेरा यही मेरा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हम अगले छह महीनों में केवल अपने नहीं, बल्कि विभिन्न टीमों के खेलों का विश्लेषण करेंगे। हम उस अगले स्तर तक पहुंचने के लिए जो भी जरूरी होगा उसकी एक योजना तैयार करेंगे।

रीड ने कहा कि यह एक शानदार खिलाडिय़ों का समूह है, और हम उन चीजों पर काम करेंगे जो हमें करने की जरूरत है। हमें सुधार करते रहना होगा और बेहतर होते रहना होगा। टीम इस बात को समझती है कि 41 साल बाद ओलंपिक में कांस्य पदक जीतना बड़ी उपलब्धि है लेकिन सुधार की बहुत अधिक संभावनाएं हैं जिन्हें हमें हासिल करने और प्रदर्शित करने की आवश्यकता है।

टीम के प्रदर्शन पर रीड ने कहा कि यह समूह बहुत एकाग्र और मानसिक रूप से बहुत मजबूत है। उन्होंने टीम को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की मानसिकता को आत्मसात किया है और उनके बीच aबहुत अच्छा तालमेल है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक जैसे आयोजन में ध्यान भटकाने वाली बहुत सारी चीजें होती हैं। यह इतनी बड़ी जगह है कि अक्सर जब आप ओलंपिक गांव में मैदान पर उतरते हैं और हर कोई चीटियों की तरह फैल जाता है, लेकिन हम पूरे समूह को एक साथ रखने में सक्षम थे और वह बहुत सकारात्मक पहलू था।