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स्पोर्ट्स डेस्क : अनुभवी सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर का नागपुर में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में खेल के सबसे लंबे प्रारूप में उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में संघर्ष जारी रहा। वार्नर जिनका भारत में औसत 20 से कम है, ने पूरी पारी में सिर्फ 11 रन बनाए और मोहम्मद शमी और रवि अश्विन ने उनके विकेट चटकाए। भारत के पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने भविष्यवाणी की गई थी कि वार्नर ट्रैक में उछाल की कमी के कारण भारत में संघर्ष करेंगे। 

वार्नर की विफलताओं ने आकाश चोपड़ा को स्थिति पर प्रतिक्रिया देने के लिए प्रेरित किया और एक चर्चा में पूर्व बल्लेबाज ने कहा कि अश्विन के खिलाफ जीवित रहने का एकमात्र तरीका वार्नर के लिए आक्रामक रूप से खेलना है। चोपड़ा ने कहा, 'यह लगभग तय है कि भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज की शेष छह पारियों में वार्नर अश्विन के खिलाफ नई गेंद का सामना करेंगे। मुझे लगता है कि अश्विन उनके दिमाग में है। जब ऐसा होता है तो यह कठिन होता है। यह कोई नई बात नहीं है। आप जो करते हैं, अश्विन आपसे बेहतर होगा। चोपड़ा ने कहा, 'केवल एक चीज जो डेविड वार्नर को सफल होने की अनुमति दे सकती है वह आक्रामक होना है। यदि आप बचाव कर रहे हैं, तो वैसे भी आपके आत्मविश्वास में कमी है। 

गौर हो कि ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने पहले टेस्ट मैच में हार के बाद कहा था कि उपमहाद्वीप की परिस्थितियों में यह टीम की सर्वश्रेष्ठ संभावित लाइन-अप थी। हालांकि, कई लोगों ने फॉर्म में चल रहे ट्रैविस हेड के नहीं खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया की आलोचना की है, जिन्होंने पिछले 12 महीनों में कई टेस्ट मैचों में टीम को बचाया है। अब ऑस्ट्रेलिया को पहले टेस्ट मैच में मिली बड़ी हार के बाद अपनी प्लेइंग इलेवन में बदलाव करने की उम्मीद है।