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डेरिंचः वैश्विक खाद्य संकट के खतरे के बीच खाद्य पदार्थों की आपूर्ति बहाल करने के समझौते के तहत यूक्रेन से अनाज की खेप लेकर पहला जहाज सोमवार को तुर्किये के इस्तांबुल शहर पहुंचा। 

इस बीच, रूस ने फिर यूक्रेन पर यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा केंद्र पर गोलाबारी करने का आरोप लगाया। पांच अगस्त को यूक्रेन के कोर्नोमोर्स्क से रवाना होने के बाद पोलरनेट नामक यह जहाज तुर्किये के इज़मित की खाड़ी में डेरिंस बंदरगाह पर उतरा। इस जहाज में 12 हजार टन मक्का लदा हुआ था। पोलरनेट जहाज के कैप्टन अहमत युसेल अलीबेलर ने यूक्रेन से अनाज ले जाने वाले जहाजों के सामने आने वाले जोखिमों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘यह निश्चित रूप से खतरनाक क्षेत्र और गलियारे थे।'' 

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने ट्वीट किया, ‘‘यह पश्चिम एशिया, अफ्रीका और एशिया के प्रत्येक परिवार में आशा का एक संदेश भेजता है : यूक्रेन आपको असहाय नहीं छोड़ेगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘अगर रूस अपने दायित्वों पर कायम रहता है, तो यह 'अनाज गलियारा' वैश्विक खाद्य सुरक्षा को बनाए रखेगा।'' 

तुर्किये और संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता के परिणामस्वरूप यूक्रेन और रूस के बीच हुए इस समझौते के तहत कुल 12 खेप के जरिए अनाजों की आपूर्ति की जाएगी। करीब 3,22,000 मीट्रिक टन कृषि उत्पाद जहाजों के जरिए यूक्रेनी बंदरगाहों से रवाना किया जा चुका है। इन उत्पादों में अधिक मात्रा में मक्का तथा सूरजमुखी तेल और सोया भी शामिल है। 

इस बीच, मास्को ने रविवार को फिर से यूक्रेनी बलों पर ज़ापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के क्षेत्र पर गोलाबारी करने का आरोप लगाया। कई महीनों से रूसी कब्जे में संयंत्र पर हमले को लेकर दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाया है।