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नई दिल्ली : स्मृति मंधाना का आत्मविश्वास पिछले साल दबाव की स्थिति में डगमगा गया था, लेकिन इस सत्र में वह अपनी मानसिकता को मजबूत करने में सफल रही जिससे रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) को फ्रेंचाइजी क्रिकेट में अपना पहला बड़ा खिताब जीतने में सफल रहा। आरसीबी ने कम स्कोर वाले महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को तीन गेंद रहते आठ विकेट से हराकर दूसरे सत्र का खिताब जीता। 

मंधाना ने मैच के बाद मीडिया से कहा कि वह पिछले सत्र से अब तक एक कप्तान और खिलाड़ी के रूप में परिपक्व हुई हैं। उन्होंने कहा, ‘इस सत्र के दौरान मैंने खुद पर विश्वास करना सीखा। पिछले साल इस मामले में मैं पिछड़ रही थी जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा था।' उन्होंने कहा, ‘मुझे खुद पर कुछ चीजों को लेकर संदेह था लेकिन वह मेरे दिमाग की वास्तविक बातचीत थी, मुझे खुद पर भरोसा रखने की जरूरत है और मुझे लगता है कि यह मेरे लिए सबसे बड़ी सीख थी।' 

दूसरे सत्र में मंधाना ने ट्रॉफी अपने नाम की, जबकि हरमनप्रीत कौर ने डब्ल्यूपीएल के पहले सत्र में मुंबई इंडियंस को खिताब दिलाया था। मंधाना ने कहा कि यह भारतीय क्रिकेट में बढ़ती प्रतिभा को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘पिछले साल जब मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स फाइनल में खेल रहे थे, तो कहीं न कहीं मुझे उम्मीद थी कि हरमन इसे जीत लेगी। मैं खुद चाहती थी कि डब्ल्यूपीएल का पहला सत्र कोई भारतीय कप्तान जीते। अगर मैं नहीं तो यह हरमनप्रीत को जीतना चाहिए। मैं हरमन और मुंबई की टीम के लिए वास्तव में खुश थी।' 

उन्होंने कहा, ‘टूर्नामेंट के दूसरे सत्र को जीतने वाली मैं दूसरी भारतीय कप्तान हूं। यह वास्तव में दिखाता है कि भारतीय क्रिकेट में कितनी प्रतिभा है और यह तो बस शुरुआत है, हमें अभी लंबा रास्ता तय करना है।' आरसीबी पुरुष टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने भी इस जीत के बाद वीडियो कॉल कर के मंधाना और पूरी टीम को बधाई दी। मंधाना से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘वह (कोहली) क्या कह रहे थे, मुझे कुछ सुनाई नहीं दिया क्योंकि वहां बहुत ज्यादा शोर था। उन्होंने ‘थम्स अप' किया और मैंने भी ‘थम्स अप' के साथ जवाब दिया। वह वास्तव में बहुत खुश लग रहे थे और उनके चेहरे पर बड़ी मुस्कान थी।'