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खेल डैस्क : स्टार रेसलर विनेश फोगाट की सिल्वर मेडल के लिए कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स में की गई अपील खारिज हो गई है। इसकी सुनवाई पहले ही हो चुकी है, लेकिन फैसला सुनाने की तारीख लगातार टलती जा रही थी। मामले की सुनवाई पहले ही हो चुकी है, लेकिन फैसला सुनाने की तारीख आगे बढ़ती जा रही थी। अब इस मामले में बुधवार (14 अगस्त) को फैसला आया है कि कैस ने विनेश की अपील खारिज कर दी है। यानी अब विनेश को सिल्वर मेडल नहीं मिलेगा। वहीं, भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष डॉ. पीटी उषा ने यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के खिलाफ पहलवान विनेश फोगट के आवेदन को खारिज करने के कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में फैसले पर हैरानी और निराशा व्यक्त की है।

हालांकि आईओए ने बीते दिनों एक रिलीज में पूरे मामले के लिए एथलीट की जिम्मेदारी तय की थी। आईओए ने साफ तौर पर कहा कि वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी एथलीट की होती है। आईओए अध्यक्ष पीटी उषा ने रविवार को स्पष्ट किया था कि अपने वजन का प्रबंधन करना एथलीट की जिम्मेदारी है और उनकी मेडिकल टीम, विशेषकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनशॉ पारदीवाला पर हमला 'अस्वीकार्य और निंदा के योग्य' है। उक्त बयान के बाद से ही विनेश का केस कमजोर होता दिख रहा था। अब खबरें सामने आ रही हैं कि उन्हें सिल्वर मैडल नहीं मिलेगा। 

 


वकीलों ने यह रखी थी दलीलें
- विनेश को एक ही दिन में 3 कॉम्पिटिशन लड़ने पड़े। एनर्जी के लिए उसने खाना खाया। इसी के कारण उसका वेट 52.7 किलो हो गया।
- 100 ग्राम वजन बहुत कम है। यह एथलीट के वजन का 0.1% से 0.2% से भी ज्यादा नहीं है। वजन गर्मी के मौसम में इंसान के शरीर के फूलने से भी आसानी से बढ़ सकता है। इंसान के जीवित रहने की जरूरत के कारण से शरीर में ज्यादा पानी जमा होता है, इसी कारण इतना वजन कभी भी बढ़ सकता है।
- खेल गांव और ओलिंपिक गेम्स के एरीना के बीच काफी दूरी थी। ऐसे में मुकाबलों के दौरान विनेश का वजन घटाने का पर्याप्त टाइम नहीं मिला।

 

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विनेश फोगाट से पूछे गए थे 3 सवाल
पहला सवाल :
क्या विनेश को इस नियम की जानकारी थी कि उन्हें अगले दिन भी वजन करवाना होगा?
दूसरा सवाल : क्या क्यूबा की पहलवान उनके साथ सिल्वर मेडल को साझा कर लेंगी?
तीसरा सवाल : विनेश को इस मुद्दे पर फैसला गोपनीय तरीके से चाहिए या सार्वजनिक तरीके से ? 

विनेश से यह सवाल पहले ही पूछ लिए गए थे जिनका जवाब उन्होंने ईमेल के माध्यम से देना था। लेकिन लगता है कैस के जांचकर्ता उनके जवाबों से प्रभावित नहीं हुए। विनेश अभी भी पेरिस में ही है। क्योंकि कैस का पहले फैसला 16 अगस्त को आना संभव था तो ऐसे में विनेश का 17 अगस्त को लौटना संभव माना जा रहा था। लेकिन अब लगता है कि कैस का फैसला आने के बाद विनेश जल्द ही देश लौट आएगी।
 

 

कॉमनवेल्थ में 3 गोल्ड जीत चुकी हैं विनेश
विनेश फोगाट ने कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार 3 गोल्ड जीते हैं। उन्होंने यह गोल्ड 2014 ग्लास्गो, 2018 गोल्ड कोस्ट और 2022 बर्मिंघम गेम्स में जीते थे। इसके अलावा विनेश ने 2018 जकार्ता एशियन गेम्स में भी गोल्ड अपने नाम किया था।

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पहलवान विनेश रेसलिंग ले चुकी हैं संन्यास
7 अगस्त को पेरिस ओलंपिक में 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती का फाइनल खेला गया। इसके बाद अगले दिन विनेश फोगाट ने रेसलिंग से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दी। विनेश फोगाट ने कहा कि मां कुश्ती मेरे से जीत गई। मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। 

 

 

क्या है फैसला सुनाने वाला कैस, कैसे करता है काम ?
खेल पंचाट न्यायालय (कैस) एक वैश्विक संगठन है जो खेल से संबंधित कानूनी विवादों को मध्यस्थता और मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाता है। इसे खेल विवादों की 'सुप्रीम कोर्ट' कहा जाता है। खेल-संबंधी विवादों को सुलझाने में, सीएएस को कानूनी सिद्धांतों, प्रक्रियात्मक नियमों और निष्पक्षता के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता के लिए पहचाना जाता है। सीएएस अपने निर्णयों में निरंतरता बनाए रखता है, उन्हें अपने पूर्व निर्णयों के साथ संरेखित करता है। यह दृष्टिकोण खेल क्षेत्र के भीतर एक विश्वसनीय और पूर्वानुमानित कानूनी ढांचे के निर्माण में योगदान देता है।