स्पोर्ट्स डेस्क : इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और कोलकाता नाइट राइडर्स के ऑलराउंडर मोईन अली ने कहा कि पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में आतंकी ठिकानों पर भारत की सैन्य जवाबी कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके माता-पिता POK में थे और उन्हें खुशी है कि वह वहां से बाहर निकल आए।
मोईन ने कहा, 'यह पागलपन था। जाहिर है, कश्मीर में हमले हुए थे, इससे पहले कि सब कुछ वास्तव में शुरू होता। फिर, कुछ ही समय में चीजें तेजी से बढ़ने लगीं और अचानक हम इसके बीच में थे। ऐसा लगा कि हम युद्ध के बीच में थे, लेकिन जाहिर है कि हमने कुछ भी नहीं सुना (जैसे मिसाइलों का हमला)। अचानक आप बस देश से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और बस यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि आपका परिवार ठीक है। लोग आपके बारे में घर पर चिंतित हैं और आप बस यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे भी सहज हों।'
मोईन ने उस पल को याद किया जब व्यक्तिगत रूप से यह बात भयावह रूप से राजनीतिक हो गई थी। उनके माता-पिता POK में अपने परिवार से मिलने गए थे, जहां कथित तौर पर हमले हुए थे वह जगह वहां से सिर्फ एक या दो घंटे की दूरी पर थी। मोईन ने कहा, 'लोगों को ठीक से पता नहीं था कि क्या हो रहा है या चीजें कैसी हैं। मैंने बहुत से लोगों से बात की। उनमें से कुछ ने कहा, ‘युद्ध नहीं होगा; सब कुछ ठीक हो जाएगा। ये चीजें पहले भी हो चुकी हैं।' कुछ लोगों ने कहा, ‘मुझे लगता है कि युद्ध होगा। मुझे लगता है कि किसी तरह का प्रतिशोध होगा या आप इसे जो भी नाम देना चाहें।'
उन्होंने आगे कहा, 'इतना झूठ बोला जा रहा है कि लोगों, खासकर समाचार आउटलेट और पत्रकारों पर विश्वास करना मुश्किल है। आपको ठीक से पता नहीं है कि क्या हो रहा है और यही सबसे डरावनी बात है क्योंकि आपको नहीं पता कि आप कहां खड़े हैं। आपको नहीं पता कि चीजें जल्दी से बढ़ जाएंगी या नहीं। जिस बात को लेकर हम सबसे ज्यादा चिंतित थे, वह थी उड़ानें रद्द होना और बाहर न निकल पाना। लेकिन स्थानीय खिलाड़ियों या पाकिस्तानी या भारतीय लोगों के लिए यह बहुत मुश्किल होगा, जो वहां फंस गए हैं और नहीं जानते कि क्या होने वाला है।'