Top Stories

नई दिल्लीः क्रिकेट इतिहास के लिए आज का दिन बेहद ही खास है। 14 अगस्त के दिन क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा था तो वहीं दूसरी ओर डाॅन ब्रैडमैन ओवल के मैदान पर अपनी आखिरी पारी में इतिहास रचने से चूक गए थे। गजब की बात तो यह है कि ये दोनों ही किस्से इंग्लैंड में हुए। 17 साल की उम्र में तेंदुलकर ने मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ 119 रनों की कमाल की पारी खेली थी। ब्रैडमैन की बात करें तो वह इंग्लैंड के खिलाफ अपनी आखिरी पारी में शून्य पर आउ हो गए।

PunjabKesari

तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट में जड़ा पहला शतक
मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ खेला गया यह मैच तेंदुलकर के करियर का 9वां टेस्ट मैच था, जिसमें उन्होंनने नाबाद 119 रन बनाए थे। इस मैच की खास बात ये थी कि इसमें वे अपने आदर्श सुनील गावस्कर के पैड पहनकर खेल रहे थे। इसी के बाद सचिन की सेंचुरी का सफर चल पड़ा जो 51 तक गया। इस मैच में भारत के सामने इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 408 का लक्ष्य खड़ा कर दिया। भारतीय टीम ने दूसरी पारी में भी नियमित अंतराल पर विकेट खोए, लेकिन सचिन ने मनोज प्रभाकर (67) के साथ मिलकर मैच ड्रॉ करवाने में अहम भूमिका निभाई। 

टेस्ट क्रिकेट में सचिन ने 51 और वनडे इंटरनैशनल में 49 शतक लगाए। टेस्ट में सचिन का सर्वाधिक स्कोर नाबाद 248 का है। यह उन्होंने 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में बनाया था। वहीं ODI में दोहरा शतक लगाने वाले वह पहले पुरुष क्रिकेटर भी थे। 2010 में ग्वालियर में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 200 रनों की नाबाद पारी खेली थी। 

PunjabKesari

ब्रैडमैन अपनी आखिरी पारी में हुए शून्य पर आउट
आॅस्ट्रेलियाई क्रिकेटर सर डाॅन ब्रैडमैन 14 अगस्त 1948 को टेस्ट क्रिकेट मे अपनी आखिरी पारी में शून्य पर बोल्ड हुए। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में उनका बल्लेबाजी औसत 99.94 रहा। आखिट टेस्ट पारी में अपने करियर एवरेज को 100 तक ले जाने के लिए ब्रैडमैन को सिर्फ चार रनों की जरूरत थी, लेकिन वह आखिरी पारी में खाता भी नहीं खोल सके। ब्रैडमैन टेस्ट करियर में 7000 रन बनाने से भी चूक गए। आखिरकार 52 टेस्ट मैचों में 99.94 की औसत से 6996 रन के साथ उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा।