खेल डैस्क : लंदन वनडे में इंगलैंड पर 10 विकेट से जीत हासिल करने के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा काफी खुश दिखे। उन्होंने मैच के बाद कहा कि ओवरहेड परिस्थितियों और पिच को देखते हुए टॉस एक सही कॉल था। हमने पहले परिस्थितियों का बहुत अच्छा इस्तेमाल किया। हम परिस्थितियों के बारे में कभी चिंता नहीं करते क्योंकि हमारे पास ऐसे खिलाड़ी हैं जो मैदान पर आकर इन परिस्थितियों का फायदा उठा सकते हैं। कुछ स्विंग मिली जिसका हमारे गेंदबाजों ने अच्छी तरह से फायदा उठाया। जब आप ऐसी परिस्थितियों में खेलते हैं, तो आपको समझना होता है कि मदद कहां से मिल रही है। आपको उसी के अनुसार फील्ड प्लेसमेंट करना होता है।

भारतीय कप्तान ने कहा कि हम जानते थे कि हमारे गेंदबाज गेंद को दोनों तरफ से स्विंग करा सकते हैं और इसलिए उस तरह की फील्ड उनके पास थी। रोहित ने इस दौरान अपने हुक शॉट पर भी बात की। उन्होंने मैच में पांच छक्के लगाए जिसमें कई बार उनक हुक शॉट देखने को मिला। उन्होंने इस पर कहा- हुक एक उच्च जोखिम वाला शॉट है, मैं इसे समझता हूं लेकिन जब तक यह सही निकलता है, मैं खुश हूं। वहीं, धवन के साथ पार्टनरशिप पर उन्होंने कहा- हम एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझते हैं। धवन लंबे समय के बाद वनडे खेल रहे हैं। हम जानते हैं कि वह हमारे लिए क्या कर सकते हैं। वह अनुभवी खिलाड़ी हैं और उन्होंने इन परिस्थितियों में पहले भी हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।

बता दें कि यह 7वीं बार है जब भारतीय टीम ने वनडे फॉर्मेट में 10 विकेट से जीत हासिल की हो। सबसे पहले 1975 में ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ टीम इंडिया 10 विकेट से जीती थी। बता दें कि शिखर धवन और रोहित शर्मा द ओवल के मैदान पर चार शतकीय साझेदारियां बनाने वाले क्रिकेटर भी हैं। उनके अलावा जिमबाब्वे के मसाकाद्जा और ब्रैंडन टेलर और पाकिस्तान के फखर जमान और इमाम-उल-हक भी बुलावायो के मैदान पर 4-4 शतकीय साझेदारियां पूरी कर चुके हैं।

मैच की बात करें तो भारतीय तेज गेंदबाजों ने शुरूआती ओवरों में ही इंगलैंड के बल्लेबाजों पर दबाव बना दिया था। इंगलैंड एक समय 68 रन पर 8 विकेट गंवा चुका था लेकिन डेविड विली और कार्से ने कुछेक रन बनाकर उन्हें 100 से पार लगाया। भारत के सामने 111 रनों का लक्ष्य था जिसे रोहित शर्मा और शिखर धवन ने बिना विकेट गंवाए हासिल कर लिया। रोहित ने 58 गेंदों में 76 तो धवन ने 54 गेंदों में 31 रन बनाए।