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स्पोर्ट्स डेस्क: क्रिकेट जगत में पूर्व इंग्लैंड बल्लेबाज और दिग्गज प्रशासक ह्यू मॉरिस के निधन से शोक की लहर है। 62 वर्ष की उम्र में दुनिया को अलविदा कहने वाले ह्यू मॉरिस को लेकर भारत के पूर्व मुख्य कोच और दिग्गज ऑलराउंडर रवि शास्त्री ने एक भावुक पोस्ट साझा किया है।

ह्यू मॉरिस को साल 2022 की शुरुआत में बॉवेल कैंसर (आंत का कैंसर) होने का पता चला था। लंबी बीमारी से जूझने के बाद उनका निधन 28 दिसंबर 2025 को हुआ।

रवि शास्त्री का भावुक संदेश

रवि शास्त्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक लंबा और भावुक संदेश लिखा। उन्होंने ह्यू मॉरिस को न सिर्फ एक शानदार खिलाड़ी, बल्कि एक बेहतरीन इंसान और लीडर बताया। शास्त्री और मॉरिस ने 1980 और 1990 के दशक में ग्लैमरगन काउंटी क्रिकेट क्लब के लिए साथ खेला था और दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी।

रवि शास्त्री ने लिखा, 'टीममेट और कप्तान ह्यू मॉरिस के निधन की खबर सुनकर बेहद दुख हुआ। बानास, भगवान तुम्हारी आत्मा को शांति दे। तुम जो भी करते थे, पूरे ईमानदारी से करते थे और शानदार तरीके से निभाते थे। परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। सम्मान।'

साथ खेल चुके थे शास्त्री और मॉरिस

कार्डिफ में जन्मे ह्यू मॉरिस ने ग्लैमरगन के लिए शानदार क्रिकेट खेला और बाद में इंग्लैंड का भी प्रतिनिधित्व किया। रवि शास्त्री ने भी ग्लैमरगन के लिए चार सीजन काउंटी क्रिकेट खेला था, उसी दौर में वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज विव रिचर्ड्स भी क्लब का हिस्सा थे।

खेल से संन्यास के बाद भी दोनों का क्रिकेट से रिश्ता बना रहा। जहां रवि शास्त्री भारतीय क्रिकेट टीम के कोच बने, वहीं ह्यू मॉरिस इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के मैनेजिंग डायरेक्टर बने और बाद में ग्लैमरगन काउंटी क्रिकेट क्लब के CEO के रूप में सेवाएं दीं।

क्रिकेट को दिया अमूल्य योगदान

ह्यू मॉरिस का योगदान सिर्फ मैदान तक सीमित नहीं रहा। खिलाड़ी, कप्तान और प्रशासक—तीनों भूमिकाओं में उन्होंने क्रिकेट को समृद्ध किया। उनके निधन से क्रिकेट जगत ने एक ऐसा व्यक्तित्व खो दिया है, जिसने खेल को हर स्तर पर मजबूती दी।

रवि शास्त्री समेत दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमी और दिग्गज खिलाड़ी उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं।