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नई दिल्लीः अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उनकी राजनीति में दिलचस्पी नहीं है उनका 2019 में होने वाले आम चुनावों में उतरने का कोई इरादा नहीं है।  यह पूर्व भारतीय कप्तान भी तब अपनी हंसी नहीं रोक पाया जब उनसे पूछा गया कि क्या किसी पार्टी ने अगले साल होने वाले चुनावों में उम्मीद्वार बनने के लिये उनसे संपर्क किया है।   द्रविड़ ने हंसते हुए कहा,‘‘किसी ने मुझसे संपर्क नहीं किया और मेरी इसमें दिलचस्पी भी नहीं है। असल में मेरी राजनीति में ही कोई दिलचस्पी नहीं है।‘‘  
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पूर्व में कई भारतीय क्रिकेटर राजनीति में उतरते रहें हैं लेकिन एक जमाने में‘फैब फाइव’के नाम से मशहूर रहे सचिन तेंदुलकर, द्रविड़, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और वीरेंद्र सहवाग ने तमाम अटकलबाजियों के बावजूद खुद को राजनीति से दूर रखा। गांगुली हालांकि क्रिकेट प्रशासन में प्रवेश कर चुके हैं और वर्तमान में बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष हैं।  

शास्त्री का किया बचाव
भारतीय टीम को हाल के इंग्लैंड दौरे में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 1-4 से करारी हार का सामना करना पड़ा था लेकिन शास्त्री ने इस बीच यह कहकर नई बहस छेड़ दी थी कि विराट कोहली की अगुवाई वाली टीम पिछले 15-20 वर्षों में सर्वश्रेष्ठ टीम है। सुनील गावस्कर सहित कई पूर्व क्रिकेटरों ने उनके इस बयान की आलोचना की थी।   

भारत ने इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट श्रृंखला 2007 में जीती थी और तब द्रविड़ कप्तान थे और उनका मानना है कि शास्त्री के बयान को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर दिया गया।   द्रविड़ ने कहा,‘‘मुझे लगता है कि इस पूरी बात को बढ़ा चढ़ाकर पेश कर दिया गया और शास्त्री क्या सोचते हैं और क्या नहीं इस पर टिप्पणी करने में मेरी दिलचस्पी नहीं है। महत्वपूर्ण यह है कि हमने इन सब चीजों से क्या सीख ली है और अगली बार दौरा करने के लिये हमें क्या करना चाहिए।‘‘