स्पोर्ट्स डैस्क : भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में संघर्ष करती नज़र आ रही है, और टीम के युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की फॉर्म भी चिंता का विषय बन गई है। सीरीज की शुरुआत में शानदार शतक लगाने वाले जायसवाल के बल्ले से अब रन निकलना बंद हो गया है। फ्लैट पिचों के बावजूद वे लगातार असफल हो रहे हैं, जिससे भारत की बल्लेबाज़ी लाइनअप पर दबाव बढ़ गया है।
पहला टेस्ट बना था उम्मीद की किरण
सीरीज के पहले टेस्ट की पहली पारी में जायसवाल ने शानदार 101 रन की पारी खेली थी, जिससे लगा कि वह पूरी सीरीज में भारतीय बल्लेबाजी की रीढ़ साबित होंगे। हालांकि, उसी मैच की दूसरी पारी में वह केवल 4 रन बनाकर आउट हो गए।
दूसरे टेस्ट में चमक, फिर निराशा
दूसरे टेस्ट में उन्होंने एक बार फिर 87 रन की उपयोगी पारी खेली, लेकिन दूसरी पारी में सिर्फ 28 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद उनकी फॉर्म में गिरावट आनी शुरू हो गई।
तीसरे और चौथे टेस्ट में बल्ला पूरी तरह शांत
तीसरे टेस्ट में लॉर्ड्स के मैदान पर जायसवाल की पहली पारी में 13 रन और दूसरी पारी में शून्य पर आउट होना उनके खराब फॉर्म का संकेत था। चौथे टेस्ट में उन्होंने एक पारी में 58 रन बनाए, लेकिन दूसरी पारी में फिर शून्य पर आउट हो गए।
ओवल टेस्ट में फिर फ्लॉप
सीरीज के आखिरी यानी पांचवें टेस्ट की पहली पारी में जायसवाल महज 2 रन बनाकर आउट हो गए, जिससे उनके प्रदर्शन पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
लंबी पारियों की कमी बनी चिंता
जायसवाल को एक ऐसा बल्लेबाज़ माना जाता है जो अगर क्रीज़ पर टिक जाएं तो बड़ी पारी खेल सकते हैं, लेकिन इस सीरीज में वह बार-बार शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे हैं। उनकी बल्लेबाजी में न तो निरंतरता दिख रही है और न ही पहले जैसी गहराई।