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फुजहोऊः ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू और किदांबी श्रीकांत चीन ओपन विश्व टूर सुपर 750 टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में अपने-अपने मुकाबले में हार कर टूर्नामेंट से बाहर हो गये। सिंधू महिला एकल में स्थानीय खिलाड़ी ही बिंगजियाओ की चुनौती से पार नहीं पा सकीं तो वहीं श्रीकांत विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर काबिज चीनी ताइपै के चोउ तियेन चेन से सीधे गेमों में हार गए।           

विश्व रैंकिंग में सातवें स्थान पर काबिज बिंगजियाओ ने शुक्रवार को यहां तीसरी वरीयता प्राप्त सिंधू को 17-21 21-17 15-21 से हराया। आठवीं वरीयता प्राप्त इस खिलाड़ी की सिंधू पर यह तीसरी जीत है। बिंगजियाओ ने इससे पहले सिंधू को जुलाई में इंडोनेशिया ओपन और अक्टूबर में फ्रांस ओपन में हराया था। इसके बाद पुरूष एकल के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में श्रीकांत के पास चेन के खेला कोई जवाब नहीं था। चेन ने उन्हें 35 मिनट चलें मुकाबले में 21-14, 21-14 से शिकस्त दी।     

ही बिंगजियाओ
He bingjiao image 

सिंधू पहले गेम में 8-3 की बढ़त बनाने के बाद उसे बरकरार नहीं रख सकी। बिंगजियाओ ने स्कोर को 9-9 किया जो बाद में 15-15 हो गया। इसके बाद उन्होंने सिंधू को ज्यादा मौके नहीं दिये और 21-17 से गेम अपने नाम कर लिया।           दूसरे गेम में स्थिति पहले गेम के उलट रही जहां बिंगजियाओ ने शुरूआत में 4-2 की बढ़त कायम की लेकिन 2016 की चैम्पियन सिंधू ने वापसी करते हुए बढत पहले 6-5 और फिर 11-7 करने में कामयाब रही। वह इस गेम को 21-17 से जीत कर मैच को तीसरे गेम में ले जाने में सफल रहीं। निर्णायक गेम में बिंगजियाओ ने ब्रेक तक 11-6 की बढ़त बना ली। ब्रेक के बाद उन्होंने अपनी बढत को और मजबूत कर 15-8 कर लिया। सिंधू ने कुछ हद तक वापसी करते हुए सात अंक जुटा कर स्कोर लाइन को 15-16 किया लेकिन वह लय को बरकरार नहीं रख सकी और बिंगजियाओ ने इस गेम को 21-15 से जीत कर सेमीफाइनल में जगह पक्की की। 

श्रीकांत नहीं दे पाए चुनाैती
Kidambi Srikanth image

विश्व रैंकिंग में नौवें नंबर पर काबिज श्रीकांत चीनी ताइपै के खिलाड़ी को चुनौती नहीं दे पाये। पहले गेम के शुरूआत में श्रीकांत ने दमदार खेल दिखाया और 10-8 की बढ़त बना ली लेकिन ब्रेक के बाद चेन ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया। दूसरे गेम में श्रीकांत लय पाने के लिए जूझते नजर आये। वह एक समय चेन से 4-10 से पिछड़ रहे थे। ब्रेक के समय स्कोर चेन के पक्ष में 11-7 था। ब्रेक के बाद भी उन्होंन भारतीय खिलाड़ी को कोई मौका नहीं दिया। श्रीकांत ने दो मैच प्वाइंट जरूर बचाये लेकिन यह वापसी के लिए नाकाफी था।