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मुम्बई : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम में ‘अनुशासन, एकता और सकारात्मक माहौल' को बढ़ावा देने के लिए एक अभूतपूर्व क़दम उठाते हुए 10 बिंदुओं वाली नियामावली जारी करते हुए कहा कि इसका पालन नहीं वाले खिलाड़यिों का अनुबंध समाप्त कर उनके इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) और घरेलू क्रिकेट खेलने पर रोक लगा दी जाएगी। 

‘पोलिसी डॉक्यूमेंट फॉर टीम इंडिया' नामक यह नियमावली गुरुवार को खिलाड़ियों को भेज दी गई, इसे पिछले सप्ताह हुई समीक्षा बैठक की सलाह पर शामिल हैं। नियमावली में कहा गया है कि दौरे, मैच और अभ्यास के लिए खिलाड़ी अलग से यात्रा नहीं कर सकेंगे। बैठक में कहा गया कि कुछ खिलाड़ी मैच या अभ्यास के लिए टीम बस की जगह अपनी अलग से वाहन से यात्रा करते हैं, जिससे टीम का अनुशासन भंग होता है। इसके अलावा यह भी कहा गया कि कुछ खिलाड़ी अभ्यास सत्रों में ग्रुप के साथ समय नहीं बिता रहे हैं, जिससे टीम का माहौल खराब होता है। 

बीसीसीआई ने कहा है कि अगर किसी खिलाड़ी को किन्हीं विशेष परिस्थितियों में मैच या अभ्यास के लिए अलग से यात्रा करनी है तो उन्हें मुख्य कोच या मुख्य चयनकर्ता से पहले से अनुमति लेनी होगी। इसके अलावा उन्हें किसी अभ्यास सत्र में पूरे समय तक रहना होगा, भले ही उनका अभ्यास पहले समाप्त हो जाये। विदेश दौरों पर भी खिलाड़ियों को परिवार के साथ अलग से यात्रा करने की बजाय टीम के साथ ही यात्रा करने का सुझाव दिया गया है, ताकि टीम में अनुशासन और संगठन को बल मिले। 

इसमें बताया गया है कि अगर कोई सीरीज या दौरा तय समय से पहले समाप्त होने पर भी खिलाड़ी अपने मन से अलग से यात्रा न करें, इससे टीम की एकता प्रभावित होती है। बीसीसीआई ने कहा है कि 45 दिनों या उससे अधिक के दौरे पर खिलाड़यिों के परिवार के सदस्य - साथी और बच्चे (18 वर्ष तक) 14 दिनों से अधिक उनके साथ नहीं रह सकते हैं। 

खिलाड़ी का परिवार केवल एक बार ही उसके साथ आ सकते हैं और उनकी यात्रा की व्यवस्था कोच, कप्तान और बीसीसीआई के संचालन महाप्रबंधक की मंजूरी के बाद संबंधित खिलाड़ी को करनी होगी। बीसीसीआई आगंतुकों की अवधि के लिए खिलाड़ी के साथ साझा आवास का खर्च उठाएगा। जारी दस्तावेज में कहा, 'अन्य सभी खर्च खिलाड़ी द्वारा वहन किए जाएंगे।' बीसीसीआई ने यह भी कहा कि परिवार के लिए पूर्व-अनुमोदित अवधि के बाहर अतिरिक्त लागत खिलाड़ी द्वारा वहन किया जायेगा। 

गौरतलब है कि बीसीसीआई ने भारत के खराब प्रदर्शन का आकलन करने के लिए समीक्षा बैठक बुलाई थी, जिसकी शुरुआत न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट श्रृंखला में हार से हुई, जहां भारत 3-0 से हारा था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया में बॉडर्र-गावस्कर ट्रॉफी में 3-1 से हार हुई। समीक्षा बैठक में मुख्य कोच गौतम गंभीर, टेस्ट और वनडे कप्तान रोहित शर्मा, चयन समिति के अध्यक्ष अजीत अगरकर और बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया मौजूद थे।