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बेंगलुरु : पाकिस्तान की विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावना बहुत क्षीण है और टीम के क्रिकेट निदेशक मिकी आर्थर (Mickey Arthur) ने शुक्रवार को अपनी टीम के प्रदर्शन का दो टूक आकलन करते हुए इसे लचर करार दिया। पाकिस्तान को सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका जीवंत रखने के लिए शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ और 11 नवंबर को इंग्लैंड के खिलाफ ‘करो या मरो' के मुकाबलों में जीत दर्ज करने के अलावा अन्य नतीजों के भी अपने हक में रहने की उम्मीद करनी होगी।


मैच पूर्व संध्या पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आर्थर ने कहा कि मैं बहुत ही ईमानदारी से कहूंगा। मुझे नहीं लगता कि हम इस टूर्नामेंट में अपनी पूरी क्षमता के अनुरूप खेले। मुझे लगता है कि 31 अक्टूबर को कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ ही पहला मैच था जिसमें हमने वास्तव में एकजुट होकर पूरा मैच खेला। मैं बस उम्मीद करता हूं कि हमारे लिए ज्यादा देर नहीं हो जाए। आर्थर ने कहा कि खेल के बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण 3 विभागों में संतुलन नहीं बना पाना इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान के लिए काफी नुकसानदायक रहा।


उन्होंने कहा कि हमने बांग्लादेश के खिलाफ अचछी बल्लेबाजी, अच्छी गेंदबाजी की और बेहतरीन क्षेत्ररक्षण किया जबकि अन्य मैचों में हम एक या 2 विभाग में ही ठीक रहे, वर्ना अन्य विभागों में हमें निराशा मिली। आर्थर ने कहा कि इसलिए मैं सोचना चाहूंगा कि हम लय में आ रहे हैं लेकिन खिलाड़ियों की तैयारी और रवैया प्रत्येक दिन बेहतर होगा जो बेहतरीन रहा है। इस मामले में किसी खिलाड़ी में कोई कमी नहीं है।