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नयी दिल्ली : भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के महासचिव अजय सिंघानिया को इस बात की खुशी से ज्यादा राहत मिली है कि इस खेल संघ ने कोविड-19 के मामलों से प्रभावित होने के बावजूद इंडिया ओपन का सफलतापूर्वक आयोजन किया।साल की शुरुआत में दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण टूर्नामेंट के लिए मंजूरी को लेकर अनिश्चितता थी लेकिन बीएआई ने साढ़े तीन लाख डॉलर की पुरस्कार राशि वाले इस टूर्नामेंट का सफल आयोजन किया।

सिघानिया ने कहा- जब तक टूर्नामेंट शुरू हुआ था तो इसके आयोजन की जिम्मेदारी एक छोटे समूह को दी गयी थी और मैं खुश होने की तुलना में अधिक राहत महसूस कर रहा हूं । हम इसमें सफल रहे। साल 2020 की शुरुआत में कोविड-19 के प्रकोप के कारण इसका आयोजन दो साल के अंतराल के बाद किया गया था।

टूर्नामेंट के शुरूआती दो दिनों तक आयोजन सही तरीके से हुआ लेकिन इसके बाद सात भारतीय खिलाड़ी अनिवार्य आरटी-पीसीआर जांच में पॉजिटिव आ गये।  इससे प्री-क्वार्टर फाइनल का कार्यक्रम गड़बड़ा गया और मामले से निपटने के लिए अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ गयी। जांच में पॉजिटिव आने के बाद खिलाड़ी आधिकारिक होटल में नहीं रुक सकते थे और उन्हें पृथकवास के लिए किसी और जगह भेजना पड़ा।

उन्होंने कहा- उन्हें पृथकवास के लिए सरकारी अस्पताल में भेजना जोखिम भरा था। अधिकांश होटलों ने इन खिलाड़ियों की मेजबानी करने से इनकार कर दिया लेकिन शुक्र है कि हम किसी तरह शहर के एक होटल को मनाने में कामयाब रहे। बीएआई को उम्मीद है कि देश में कोविड-19 मामले के बावजूद वे बैडमिंटन के नये सत्र में अपने तीनो अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट को सफलतापूर्वक आयोजित कर लेंगे।