मीरपुर (बांग्लादेश) : बांग्लादेश की टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ बुधवार से यहां शुरू हो रहे दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट में उतरेगी तो उसकी नजरें मेहमान टीम के खिलाफ पहली टेस्ट श्रृंखला जीतने पर होंगी। मेजबान टीम के मुख्य कोच चंडिका हथुरुसिंघा ने साथ ही अपने खिलाड़ियों को आत्ममुग्धता से बचने के प्रति चेताया।
सिलहट टेस्ट जीत चुकी है बांग्लादेश
बांग्लादेश ने सिलहट में पहला टेस्ट 150 रन से जीता था और अब उसकी नजरें न्यूजीलैंड के खिलाफ एतिहासिक टेस्ट श्रृंखला जीतने पर टिकी हैं। बांग्लादेश ने 2 टेस्ट मैच की श्रृंखला में शीर्ष टीमों के बीच अब तक सिर्फ जिंबाब्वे और वेस्टइंडीज के खिलाफ ही श्रृंखला जीती है। सिलहट टेस्ट में जीत बांग्लादेश की न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 मैच में सिर्फ दूसरी जीत है। टीम की जीत में दूसरी पारी में कप्तान नजमुल हुसैन शंटो के शतक की महत्वपूर्ण भूमिका रही। शंटो इस दौरान कप्तान के रूप में अपने पहले ही मैच में शतक जड़ने वाले बांग्लादेश के पहले क्रिकेटर बने।
बांग्लादेश के कप्तान की हुई तारीफ
हथुरुसिंघा ने कहा कि कप्तानी और नेतृत्व क्षमता 2 अलग चीजें हैं। उसकी (शंटो) कप्तानी शानदार थी। रणनीतिक रूप से वह शानदार था। वह मैच में अधिकांश समय एक कदम आगे रहा। उसने प्रभावशाली क्षेत्ररक्षण सजाया। कभी-कभी पारंपरिक लेकिन काफी प्रभावशाली। उन्होंने कहा कि उसकी नेतृत्वक्षमता भी शानदार थी। उसने अपने प्रदर्शन से उदाहरण पेश किया। मुझे लगता है कि उसका भविष्य उज्ज्वल है।
ताइजुल इस्लाम ने लिए 10 विकेट
बाएं हाथ के स्पिनर ताइजुल इस्लाम ने पहले टेस्ट में 184 रन देकर 10 विकेट चटकाए और मीरपुर में भी टीम को उनसे काफी उम्मीदें होंगी जहां की पिच पारंपरिक रूप से धीमी और असमान उछाल वाली होती है। इस बीच न्यूजीलैंड के कप्तान टिम साउथी ने कहा कि अगर उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ पहली बार श्रृंखला गंवाने से बचना है तो स्पिनरों को अपने प्रदर्शन में निरंतरता लानी होगी।
पहले टेस्ट में स्पिनर्स ने लिए 18 विकेट
पहले टेस्ट में बांग्लादेश के स्पिनरों ने 2.48 रन प्रति ओवर की गति से रन देते हुए 18 विकेट चटकाए जबकि न्यूजीलैंड के स्पिनरों ने 3.73 रन प्रति ओवर की गति से रन देते हुए 14 विकेट हासिल किए। न्यूजीलैंड के शीर्ष स्पिनर एजाज पटेल और ईश सोढ़ी का मैच में सीमित प्रभाव रहा और टीम उनकी जगह रचिन रविंद्र और मिशेल सेंटनर को मौका दे सकती है।