बातुमी , जॉर्जिया ( निकलेश जैन ) विश्व महिला शतरंज कप के इतिहास में यह पहली बार होगा जब विश्व कप फाइनल होने के पहले ही किसी एक देश का विश्व कप जीतना तय है क्यूंकी भारत की कोनेरु हम्पी नें आज अपने खेल जीवन के सबसे बेहतरीन प्रदर्शन में से एक को करते हुए चीन की विश्व नंबर 2 लेई टिंगजे को टाईब्रेक में 4-2 से पराजित करते हुए फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है जहां उनका सामना अपने ही देश की 19 वर्षीय सनसनी दिव्या देशमुख से होगा । दिव्या नें कल क्लासिकल में चीन की पूर्व विश्व चैम्पियन तान ज़्होंगयी को मात देते हुए फाइनल में जगह बनाई थी।
कोनेरु हम्पी और लेई के बीच सबसे पहले 15 +10 मिनट के रैपिड मुकाबलों से टाईब्रेक शुरू हुआ जिसमें दोनों बाजियों में हम्पी नें बेहतर बचाव किया और बाजी को ड्रॉ कराया दोनों बार अच्छी स्थिति हासिल करने के बाद भी लेई हम्पी के डिफेंस को भेद नहीं पायी और स्कोर 1-1 रहा।
दूसरे टाईब्रेक में 10+5 मिनट के दो मुक़ाबले होने थे, हम्पी नें पहले खेल में बेहतर स्थिति को एक भारी भूल से खो दिया और बाजी हारकर 2-1 से पीछे हो गयी पर इसके बाद अगले मुक़ाबले में उन्होने सफ़ेद मोहरो से शानदार वासपी करते हुए जीत दर्ज की और स्कोर 2-2 कर दिया। इसके बाद हुआ 5+3 मिनट के तीसरा टाईब्रेक पर इस बार हम्पी नें बेहतरीन खेल दिखाते हुए पहले सफ़ेद मोहरो से और फिर काले मोहरो से जीत दर्ज करते हुए 4-2 से जीत दर्ज करते हुए फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया और अब वह दिव्या देशमुख से एक दिन के विश्राम के बाद फ़ाइनल मुक़ाबला खेलेंगी।
वर्तमान विश्व रैपिड चैम्पियन हम्पी अब फीडे कैंडिडैट 2026 में जगह बनाने वाली चौंथी खिलाड़ी और दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गयी है , कैंडिडैट में अब तक चीन की जु जिनर , रूस की आलेक्सांदरा गोरयाचकिना भारत की दिव्या देशमुख और कोनेरु हम्पी पहुंच गई है।