नई दिल्ली : भारत भले ही क्रिकेट विश्व कप 2023 जीत नहीं सका लेकिन टूर्नामेंट में मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) ने असाधारण गेंदबाज की। विश्व कप के बाद आए बदलावों पर एक इंटरव्यू के दौरान मोहम्मद शमी ने बात की। शमी ने उस समय को याद किया जब चोट के कारण उन्हें डॉक्टर ने क्रिकेट से दूर तक रहने की सलाह दे दी थी। शमी जो प्यूमा के ब्रांड एंबेसडर भी हैं, ने बेंगलुरु में स्पोर्ट्स ब्रांड के मुख्यालय की अपनी यात्रा के दौरान अपने दिल की बात कही।
शमी ने कहा कि कोई नहीं जानता था कि मैं (2015 संस्करण के दौरान) किस दर्द से जूझ रहा था। मेरे घुटने में पहले सूजन थी। कोई और ना कह सकता था लेकिन मुझमें दर्द सहने की क्षमता थी। तब मुझे दो विकल्प बताए गए- या तो सीधे सर्जरी के लिए जाएं या टूर्नामेंट खेलें और फिर सर्जरी के लिए जाएं। टीम हर मैच के बाद जहां होटल लौट आती थी, मैं इंजेक्शन लेने के लिए अस्पताल जाता था। जब आप देश के लिए खेलते हैं, तो आप सब कुछ भूल जाते हैं।
शमी ने बताया कि जब मेरे घुटने का ऑपरेशन हुआ तो मैं दो घंटे तक बेहोश रहा। जब मैं उठा तो मैंने डॉक्टर से पूछा कि मैं कब खेलना शुरू कर सकता हूं। उन्होंने जवाब दिया कि अगर तुम बिना लंगड़ाए चलोगे तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी, खेलना भूल जाओ। यह सब इस पर निर्भर करता है कि तुम कैसे खेलते हो। लेकिन मन में जज्बा लिए मैंने मेहनत जारी रखी।
शमी ने दबाव से निपटने का फार्मूला जाहिर करते हुए कहा कि चीजों को सरल रखना सबसे अच्छा है, अपने आप को तनावमुक्त रखें और तभी आप बेहतर प्रदर्शन करेंगे। बेहतर है आप सुबह उठो, मस्त फ्रेश होजाओ , चाय पियो, गाने सुनो (बेहतर होगा कि आप उठें, तरोताजा हो जाएं, चाय पिएं और गाने सुनें)
बता दें कि शमी ने क्रिकेट विश्व कप इतिहास में 18 मैचों में 55 विकेट लिए हैं। वह दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट में देश के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। सेमीफाइनल के दौरान न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने सात विकेट लिए जोकि भारतीय क्रिकेटर के सर्वश्रेष्ठ आंकड़े हैं।