नई दिल्ली : पूर्व भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थिव पटेल का मानना है कि मैच की शुरुआत में चुनौतियों का सामना करने के बावजूद भारत ने चौथे टेस्ट में सराहनीय प्रदर्शन किया। टीम के समग्र प्रदर्शन पर विचार करते हुए पार्थिव ने कहा कि इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान एक खास दौर को छोड़कर, वह ज़्यादा कुछ बदलना नहीं चाहेंगे।
उन्होंने कहा, 'भारत ने इस टेस्ट मैच में जिस तरह से खेला, उसे देखते हुए मैं ज़्यादा कुछ नहीं बदलना चाहूंगा लेकिन अगर आप पूछें कि क्या बेहतर किया जा सकता था, तो मैं कहूंगा कि दूसरे दिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी का दौर।' उन्होंने कहा कि उस दौरान भारत की गेंदबाजी में तेजी और सटीकता की कमी थी। उन्होंने कहा, 'उस दौरान भारत की गेंदबाजी में निरंतरता की कमी थी और विकेट के दोनों ओर थोड़ी भटकाव था। यहीं पर कुछ सुधार संभव था।'
पार्थिव ने इंग्लैंड के पहली पारी के 669 रनों के पहाड़ के बाद कठिन परिस्थितियों में भारतीय टीम के जज्बे और दृढ़ता की सराहना की। उन्होंने कहा, 'बाकी, यह भारत के लिए एक बहुत अच्छा टेस्ट मैच रहा है, खासकर टॉस के बाद की स्थिति को देखते हुए। लगभग सब कुछ भारत के खिलाफ जाता दिख रहा था - जब भारत बल्लेबाजी करने गया, तो बादल छाए हुए थे; जब इंग्लैंड बल्लेबाजी के लिए उतरा, तो सूरज चमक रहा था, जिसने भारत के काम को और भी कठिन बना दिया।'
बाधाओं के बावजूद पार्थिव ने भारतीय टीम के जोशपूर्ण वापसी की प्रशंसा की, जो उनके अनुसार श्रृंखला के अंतिम मैच से पहले एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा, 'फिर भी जिस तरह से भारत ने वापसी की, उससे पांचवें टेस्ट में जाने के लिए काफी आत्मविश्वास है।'
आखिरी दिन रवींद्र जडेजा ने नाबाद 107 रन और वाशिंगटन सुंदर ने नाबाद 101 रनों की पारी खेलकर अपना पहला शतक पूरा किया। दोनों की 203 रनों की अटूट साझेदारी ने भारत को मैच बचाने और अंतिम टेस्ट से पहले श्रृंखला को जीवंत रखने में मदद की। चार टेस्ट मैचों की समाप्ति के बाद भारत 1-2 से पीछे चल रहा है और पांच मैचों की श्रृंखला के आखिरी मुकाबले के लिए दोनों टीमें लंदन लौट रही हैं।