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भुवनेश्वर : भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने बुधवार को कहा कि कई मौके बनाने के बावजूद पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में जर्मनी से हारना दुर्भाग्यपूर्ण रहा लेकिन इसके साथ ही उन्होंने लगातार दूसरा कांस्य पदक जीतने के प्रदर्शन को बड़ी उपलब्धि करार दिया। भारत ने पेरिस में स्पेन को हराकर कांस्य पदक जीता और इस तरह से तोक्यो ओलंपिक खेलों का प्रदर्शन दोहराया। इससे पहले सेमीफाइनल में उसे मौजूदा विश्व चैंपियन जर्मनी से 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय टीम का बुधवार को यहां पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया और ओडिशा सरकार ने उसे सम्मानित किया।

हरमनप्रीत ने कहा कि जर्मनी के खिलाफ मैच बेहद करीबी था। हमने कई मौके बनाए लेकिन उस दिन भाग्य हमारे साथ नहीं था और कुछ अवसरों पर हम चूक गए। उन्होंने कहा- लेकिन मुझे लगता है कि कांस्य पदक जीतना भी बहुत महत्वपूर्ण था। यह टूर्नामेंट मैं हमारा आखिरी मैच था और मैच जीतने के बाद बहुत खुशी महसूस हो रही है। हमारी कोशिश थी कि हम अपना सपना (स्वर्ण जीतने का) पूरा करें लेकिन किसी तरह से किस्मत ने हमारा साथ नहीं दिया। 

 

 

हरमनप्रीत ने कहा कि हमारे पास कांस्य पदक जीतने का मौका था और हम जीत के लक्ष्य के साथ ही मैदान पर उतरे। हमने लगातार दो पदक जीते हैं और यह बड़ी उपलब्धि है। भारतीय कप्तान ओडिशा में मिले स्वागत और सम्मान से बेहद खुश थे। उन्होंने कहा कि हमें हर तरफ से प्यार और सम्मान मिल रहा है। जब भी टीम यहां आती है, चाहे वह किसी टूर्नामेंट में खेलने के लिए हो या पदक जीतने के बाद, हमेशा अच्छा लगता है... हमें यहां बहुत सम्मान मिलता है।

इस अवसर पर ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने टीम के सदस्यों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा की जिसमें राज्य के स्टार खिलाड़ी अमित रोहिदास को 4 करोड़ रुपए दिए गए। भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को 50 लाख रुपए दिए गए जबकि टीम के अन्य खिलाड़ियों को 15-15 लाख रुपए दिए गए। सहयोगी स्टाफ को 10-10 लाख रुपये दिए गए। हरमनप्रीत ने हॉकी को प्रायोजित करने के लिए राज्य सरकार का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यहां हॉकी के लिए बहुत अच्छी सुविधाएं हैं। यहां अच्छे स्टेडियम और अच्छे मैदान हैं तथा हमें ओडिशा सरकार का समर्थन मिलता रहा है। इस तरह के बड़े टूर्नामेंट का आयोजन करना और दर्शकों को स्टेडियम तक लाना बड़ी बात है। मैं टीम की तरफ से राज्य का आभार व्यक्त करता हूं।