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जालन्धर : फुटबॉल दुनिया के हर देश में खेला जाता है और जब विश्व कप आता है तो इसे दुनिया भर से सबसे ज्यादा दर्शक भी मिलते हैं। ऐसे में कई ग्रुप अपनी बात विश्व भर में पहुंचाने के लिए टीवी के सामने कई अनैतिक हरकतें करते हैं जिसे रोकने के लिए रशिया पुलिस ने एक सीक्रेट अभियान चलाया है। दरअसल रशियन पुलिस को एक सीक्रेट कोड बुक दी गई है जिसमें दुनिया भर के विरोधी ग्रुपों के सिंबल हैं। पुलिस का ताकीद है कि अगर किसी फैंस के पास टी-शर्ट या स्लोगन के रूप में उक्त बैन किए गए लोगो हैं तो उन्हें स्टेडियम में घुसने न दिया जाए। जैसे कि स्टेडियम में दर्शकों द्वारा 18 नंबर की जर्सी पहनने पर मनाही है। इसे अंग्रेजी के पहले और आठवें अक्षर यानी ए और एच (एडोल्फ हिटलर) समझा जाता है। इसी तरह 88 नंबर को भी ‘हेल हिटलर’ के रूप में देखा जाता है।
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रशियन पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि फुटबॉल जहां मनोरंजन का साधन है वहीं कई ग्रुपों के लिए यह अपनी बात दुनिया भर के सामने रखने का मौका भी दे देता है। क्योंकि विश्व कप को सबसे ज्यादा दर्शक मिलते हैं। ऐसे में टीवी स्क्रीन पर ऐसे किसी भी एक विवादित मुद्दे की झलक दुनिया भर में चर्चा का विषय बन जाती है। अव्यवस्था न फैले इसलिए रशियन पुलिस ने इसे रोकने का फैसला लिया है।
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विश्व कप में पहले भी 32 साल के रामिल गुजाएरोव और 24 साल के सेर्गेई बहुतुतिन विवादित लोगो वाली टी-शर्ट पहनने के चक्कर में बैन हो चुके हैं। इसी तरह एसएस पेंजर डिविजन खोपड़ी वाली टी-शर्ट पहनने के कारण 34 साल के जगरदेव भी बैन हो चुके हैं।