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बेंगलुरु : रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (आरसीबी) के टीम निदेशक मो बोबाट ने शुक्रवार को यहां कहा कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद भी विराट कोहली की प्रतिस्पर्धी क्षमता कम नहीं हुई है और यह स्टार बल्लेबाज इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इस चरण में आरसीबी के साथ क्या हासिल कर सकता है, इसी पर ध्यान लगाए है। कोहली ने इस सप्ताह क्रिकेट के पारंपरिक प्रारूप को अलविदा कह दिया था, उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में 30 शतक की मदद से 9230 रन बनाए हैं।


बोबाट ने आईपीएल मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि पहली बात यह है कि विराट वैसे ही खेल रहे हैं, जैसे वह पहले खेलते थे। लोगों और देश का ध्यान उन पर ही है और वह अब और ऐसा नहीं चाहते। वह इस साल आरसीबी के साथ क्या हासिल कर सकते हैं, इस बारे में ही ध्यान लगाए हैं। वह हमेशा यही करते हैं। बोबाट कोहली की टेस्ट में बल्लेबाजी से बहुत प्रभावित थे जो हमेशा विपक्षी टीमों पर हावी रहते थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत के लिए बतौर टेस्ट खिलाड़ी जो किया है, उस पर उन्हें बेहद फक्र होना चाहिए। बतौर फ्रेंचाइजी हम अपने हर खिलाड़ी के भारत के लिए खेल पर बहुत गर्व महसूस करते हैं लेकिन उन पर कुछ ज्यादा ही।


बोबाट ने कहा कि 120 से ज्यादा टेस्ट मैच खेलना और लगभग 10,000 रन बनाना कोई मामूली उपलब्धि नहीं है। साथ ही कप्तान के तौर पर उनका रिकॉर्ड (60 प्रतिशत जीत) प्रतिशत या इसी तरह कप्तान के तौर रिकॉर्ड कोई मामूली उपलब्धि नहीं है। बतौर कोच बोबाट ने कोहली को आरसीबी में शामिल होने से पहले भी देखा था। जब बोबाट 2018 में इंग्लैंड के कोचिंग ‘सेट-अप' में शामिल थे, तब उन्होंने कोहली की प्रतिभा को करीब से देखा था।