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नई दिल्ली : कप्तान हरमनप्रीत सिंह और सुखजीत सिंह के दो दो गोल की मदद से भारत ने दूसरे हॉकी टेस्ट में विश्व चैम्पियन जर्मनी को 5-3 से हराया लेकिन दो मैचों की श्रृंखला शूटआउट में 1-3 से गंवा दी। मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर 11 साल बाद अंतरराष्ट्रीय हॉकी की वापसी के साथ भारत को बुधवार को पहले टेस्ट में 0-2 से पराजय झेलनी पड़ी थी। 

दूसरे टेस्ट में जर्मनी के लिए एलियान माजकूर (सातवां और 57वां मिनट) ने दो और हेनरिक मर्टजेंस ने 60वें मिनट में एक गोल किया। भारत ने दूसरे हाफ में सुखजीत सिंह (34वां और 48वां मिनट), कप्तान हरमनप्रीत सिंह (42वां और 43वां) और अभिषेक (45वां मिनट) के गोलों के दम पर जीत दर्ज की। शूटआउट में भारत को 1-3 से पराजय का सामना करना पड़ा। शूटआउट में हरमनप्रीत, अभिषेक, मोहम्मद राहील के निशाने चूके जबकि भारतीय टीम में पदार्पण करने वाले आदित्य अर्जुन लालगे ने गोल दागा। 

भारत के गोलकीपर कृशन बहादुर पाठक ने दो गोल बचाए लेकिन अपनी टीम को हार से नहीं बचा सके। भारत ने आक्रामक शुरूआत करके शुरूआती मिनटों में कई मौके बनाये लेकिन जर्मन डिफेंस को नहीं भेद सके। जर्मनी ने सातवें मिनट में एलियान के गोल के दम पर बढत बना ली जिन्होंने दाहिने कॉर्नर से रिवर्स शॉट पर गोल दागा। दो मिनट बाद आदित्य गोल करने के करीब पहुंचे लेकिन जरमनप्रीत सिंह से मिले पास पर उनका शॉट जर्मनी के गोलकीपर जोशुआ एन ओंयेकवू ने बचा लिया जिन्होंने कल भारत के आठ पेनल्टी कॉर्नर और एक पेनल्टी स्ट्रोक भी बचाया था। 

भारत को अगले मिनट पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन उस पर वैरिएशन नाकाम रहा। अगले मिनट एक और पेनल्टी कॉर्नर पर मनप्रीत सिंह पुश को रोक नहीं सके। जर्मनी को 12वें मिनट में मिले पहले पेनल्टी कॉर्नर पर लुकास विंडफेडर का शॉट बाहर से निकल गया। कुछ मिनटों बाद भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर भारत ने वैरिएशन आजमाया और अपना 200वां मैच खेल रहे अमित रोहिदास ने हरमनप्रीत को गेंद सौंपी लेकिन उनके शॉट को जर्मन गोलकीपर ने बचाया। 

जर्मनी को पलटवार पर मिला पेनल्टी कॉर्नर भारत ने नाकाम कर दिया। भारत को दो और पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन गोल नहीं हो सका। हाफटाइम से दो मिनट पहले जर्मनी को मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया। दूसरे हाफ के पहले चार मिनट में ही भारत ने आक्रामक खेल दिखाते हुए तीन पेनल्टी कॉर्नर बनाए लेकिन खाता नहीं खुल सका। हरमनप्रीत ने एक मिनट के भीतर दो पेनल्टी कॉर्नर को तब्दील करके भारत को बढ़त दिलाई। 

सुखजीत ने 34वें मिनट में गोल दागा और अभिषेक ने भारत के लिये चौथा गोल किया। वहीं सुखजीत ने 48वें मिनट में लंबे पास पर जर्मन गोलकीपर को छकाते हुए डाइव लगाकर रिवर्स हिट पर गोल दागा। जर्मनी को 54वें मिनट में मिला पेनल्टी कॉर्नर बेकार गया। हूटर से तीन मिनट पहले हालांकि जर्मनी ने एलियान के गोल के दम पर अंतर को कम किया। दोनों टीमों के एक एक मैच जीतने के कारण श्रृंखला का फैसला शूटआउट में किया गया।