नई दिल्ली : महान बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने हार की कगार पर पहुंचकर टी20 विश्व कप में खिताबी जीत दर्ज करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के जुझारूपन की तारीफ करते हुए कहा कि खिलाड़ियों और पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का जश्न मनाने का अंदाज साबित करता है कि इस जीत के उनके लिए क्या मायने थे। भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 29 जून को बारबडोस में खेले गए फाइनल में सात रन से हराकर 11 साल में पहली बार आईसीसी खिताब जीता।
लक्ष्मण ने बीसीसीआई द्वारा एक्स पर डाले गए वीडियो में कहा, ‘दक्षिण अफ्रीका को आखिरी पांच ओवर में 30 रन चाहिए थे। उसके बाद से जुझारूपन, दृढता और आत्मविश्वास दिखाकर हार की कगार से जीत छीन लेना दिखाता है कि यह टीम कितनी मजबूत है।' उन्होंने कहा, ‘सभी ने इतनी मेहनत की थी और जीत के बाद का जश्न इस सफलता के पीछे की बड़ी कहानी कहता है।'
बेंगलुरू में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख लक्ष्मण ने कहा, ‘विश्व कप जीतना खास है। जब आप सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ खेलकर ट्रॉफी जीते तो उसके मायने और बढ़ जाते हैं।' उन्होंने कहा, ‘सभी ने अपने जज्बात जाहिर किए और इससे पता चलता है कि हर एक खिलाड़ी और सहयोगी स्टाफ के लिए यह जीत क्या मायने रखती है। आपने हार्दिक पांड्या को आखिरी गेंद डालने के बाद रोते हुए देखा। रोहित शर्मा को मैदान पर देखा।'
लक्ष्मण ने कहा, ‘पूरा देश जीत का जश्न मना रहा है। हम छह महीने पहले भी जीत के करीब पहुंचे थे लिहाजा यह जीत खास थी हमें वनडे विश्व कप जीतना चाहिए था क्योंकि पूरे टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ होने के बाद हम फाइनल में हार गए थे।' आम तौर पर सार्वजनिक तौर पर अपनी भावनाएं व्यक्त नहीं करने वाले द्रविड़ के खुलकर जश्न मनाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘मैने उसके साथ इतनी क्रिकेट खेली है और उसे इतने साल से जानता हूं और उसका इस तरह जश्न मनाना। जब आखिरी गेंद डाली गई या टीम के सदस्यों के साथ बातचीत में या ट्रॉफी थामते समय।'
उन्होंने कहा, ‘रोहित और विराट कोहली ने उसे ट्रॉफी सौंपकर बहुत अच्छा किया और ट्रॉफी थामने के बाद उसने जिस तरह से जश्न मनाया, उससे साबित होता है कि इस जीत के सभी के लिए क्या मायने थे।' लक्ष्मण ने टी20 प्रारूप में योगदान के लिये विराट, रोहित और रविंद्र जडेजा की तारीफ की। तीनों ने इस प्रारूप को अलविदा कह दिया है। उन्होंने कहा, ‘इस खेल के तीन दिग्गजों विराट, रोहित और जडेजा को इस महान खेल में उनके योगदान के लिए मैं बधाई देता हूं। उन्होंने जिस जुनून का प्रदर्शन किया, वह अप्रतिम है। मुझे उम्मीद है कि वह दूसरे प्रारूपों में देश का नाम रोशन करते रहेंगे।'