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नई दिल्ली : ओलिम्पिक गेम्स में भारत के पहले कंट्री हाउस (इंडिया हाउस) का उद्धाटन करने वाली रिलायंस फाउंडेशन की अध्यक्ष नीता मुकेश अंबानी ने कहा कि 2036 के ओलम्पिक खेलों में भारत मेजबानी जरूर करेगा। नीता ने कहा कि ये इच्छा सिर्फ मेरे ही नहीं बल्कि 1.4 अरब भारतीयों की भी है। नीता अंबानी की लीडरशिप में ओलम्पिक इतिहास में पहली बार देश का अपना कंट्री हाउस बना है। इंडिया हाउस, पेरिस ओलम्पिक में पहुंचे भारतीय खिलाड़ियों, समर्थकों व दर्शकों के लिए एक घर की तरह है। नीता,  भारत और दुनिया भर में ओलम्पिक आंदोलन को मजबूत करने के लिए तत्पर रही हैं।

अंतर्राष्ट्रीय ओलिम्पिक समिति (आई.ओ.सी.) के सदस्य के तौर पर नीता अंबानी देश की कमेटी के प्रतिनिधित्व के रुप में व निजी तौर पर युवा पीढ़ी और खेल जगत से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित करते नजर आ रही हैं। नीता का खेल जगत में प्रोत्साहन, वैश्विक खेल क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभाव को भी दर्शा रहा है। नीता अंबानी, भारती संस्कृति और छवि को पूरी दुनिया में प्रज्ज्वलित करना चाहती हैं। उनकी ये पहल भारत को खेल जगत में एक नई दिशा दे रही है।


कॉर्पोरेट जगत का निजी प्रोत्साहन, खेल जगत को देगा मजबूती
कॉर्पोरेट जगत से जुड़ी नामी हस्तियों का खेल जगत से जुड़े युवा एथलीटों को निजी प्रोत्साहन भारतीय खेल क्षेत्र को मजबूती देगा जो अंतरराषट्रीय स्तर पर मील का पत्थर साबित होगी। ऐसा तभी संभव होगा जब कॉर्पोरेट जगत से जुड़े लोग एकजुट होकर सामने आएंगे। हालांकि भारत की दिग्गज कंपनियां रिलायंस इंडस्ट्रीज, जेएसडब्लयू स्टील ग्रुप, अडाणी ग्रुप, टाटा स्टील, एनटीपीसी और एनएमडीसी,  सैकड़ों करोड़ रुपये निवेश कर राष्ट्रीय खेल पूंजी को मजबूत किया है। पेरिस ओलंपिक में पिछले वर्षों की तुलना में कुछ टॉप भारतीय कंपनियों के निवेश में 30-40 प्रतिशत की वृद्धि भी देखी गई है।