Sports

अहमदाबाद : इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में भारत के आक्रामक रवैये का उदाहरण देते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि खिलाड़ियों को अपने तरीके से खेलने की ‘आजादी' है और प्रबंधन कभी-कभार मिलने वाली असफलताओं को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है। भारत ने आगामी चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों को इंग्लैंड को 3-0 से रौंदकर पुख्ता किया। मेजबान टीम ने बुधवार को यहां तीसरे और अंतिम एकदिवसीय में इंग्लैंड को 142 रन के बड़े अंतर से हराया।


भारत बनाम इंग्लैंड की सबसे बड़ी वनडे जीत (रनों के हिसाब से)
158 रन : राजकोट 2008
142 रन : अहमदाबाद 2025*
133 रन : कार्डिफ़ 2014
127 रन : कोच्चि 2013
126 रन : हैदराबाद 2011

यह टीम इंडिया की रनों के हिसाब से दूसरी बड़ी जीत रही।


रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान कहा कि टीम में अपने तरीके से खेलने की थोड़ी आजादी है। विश्व कप (2023) इसका एक आदर्श उदाहरण है। हम ऐसा करना जारी रखना चाहते हैं। कभी-कभी ऐसा होगा कि सब कुछ ठीक नहीं रहेगा लेकिन कोई बात नहीं। रोहित टीम के सामूहिक प्रदर्शन और सभी के संतोषजनक प्रदर्शन से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से श्रृंखला आगे बढ़ी उससे मैं बहुत खुश हूं। हमें पता था कि हमारे सामने चुनौतियां होंगी। रोहित ने कहा कि भारत 19 फरवरी से शुरू होने वाली चैंपियन्स ट्रॉफी को ध्यान में रखते हुए अपने खेल में और सुधार करना चाहेगा।

 

भारतीय कप्तान ने कहा कि बेशक हम कुछ चीजों पर ध्यान दे रहे हैं और मैं यहां खड़े होकर उन्हें समझाने नहीं जा रहा हूं। टीम में निरंतरता बनाए रखना भी हमारा काम है और इसे लेकर संवाद स्पष्ट है। उन्होंने कहा कि जाहिर है कि एक चैंपियन टीम हर मैच के साथ बेहतर होना चाहती है और वहां से आगे बढ़ना चाहती है।

 

इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने कहा कि उनकी टीम को भारत ने 3 मैच की श्रृंखला में पछाड़ दिया। बटलर ने कहा कि हम एक शानदार टीम से हार गए। हमारा दृष्टिकोण सही है, बस हम इसे अच्छी तरह से लागू नहीं कर पाए। उन्होंने (भारत) शानदार स्कोर बनाया। शुभमन ने शानदार पारी खेली। उन्होंने कहा कि हमने फिर से शानदार शुरुआत की लेकिन हमारे लिए फिर से पुरानी कहानी दोहराई गई। हमें लंबे समय तक बल्लेबाजी करने का तरीका खोजने की जरूरत है। हम एक बहुत अच्छी टीम के खिलाफ खेले जो लगातार चुनौती देती रहती है।