धर्मशाला : भारत की पहली ‘हाईब्रिड पिच' का सोमवार को यहां हिमाचल प्रदेश क्रिकेट संघ (एचपीसीए) स्टेडियम में भव्य समारोह में अनावरण किया गया। इस समारोह में आईपीएल चेयरमैन अरूण धूमल और इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर तथा एसआईएस के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निदेशक पॉल टेलर जैसे क्रिकेट से जुड़े गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया।
धूमल ने कहा, ‘इंग्लैंड में लार्ड्स और द ओवल जैसे प्रतिष्ठित स्थलों में सफलता के बाद हाईब्रिड पिचों के इस्तेमाल से भारत में क्रिकेट में क्रांति आएगी।' प्राकृतिक टर्फ और कृत्रिम फाइबर से बनने वाली हाईब्रिड पिच अधिक टिकाऊ होती है। इससे मैदानकर्मियों पर पिच को तैयार करने में कम दबाव होता है और साथ ही खेलने की परिस्थितियों के स्तर को बरकरार करने में भी अधिक समस्या नहीं होती।
पिच में सिर्फ पांच प्रतिशत कृत्रित फाइबर होता है जिससे यह सुनिश्चित होता है कि क्रिकेट के लिए जरूरी प्राकृतिक विशेषताओं को बचाया जा सके। टेलर ने इस प्रतिष्ठित परियोजना में साझेदारी के लिए एचपीसीए का आभार जताया। हाइब्रिड सतह को स्थापित करने में एक महत्वपूर्ण घटक ‘यूनिवर्सल मशीन' है जिसे 2017 में एसआईएसग्रास द्वारा विकसित किया गया था और इंग्लैंड के काउंटी क्रिकेट मैदानों में समान पिचें बनाऩे में इसने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
आईसीसी ने टी20 और एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में हाईब्रिड पिचों के इस्तेमाल को स्वीकृति दी है और योजना है कि इस साल से इनका इस्तेमाल चार दिवसीय काउंटी चैंपियनशिप में किया जाएगा।