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नई दिल्ली : दिल्ली कैपिटल्स के ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने इंडियन प्रीमियर लीग मैच में मंगलवार को यहां मुंबई इंडियन्स के खिलाफ छह विकेट की शिकस्त के साथ लगातार चौथी हार के बाद कहा कि उनकी टीम ऐसी शुरुआत के बाद हार मान सकती है लेकिन अगर ऐसा किया तो स्थिति और बदतर ही होगी। 

दिल्ली के 173 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मुंबई इंडियन्स ने सलामी बल्लेबाज रोहित (45 गेंद में 65 रन, छह चौके, चार छक्के) के अर्धशतक के अलावा इशान किशन (31) के साथ उनकी पहले विकेट की 71 और तिलक वर्मा (29 गेंद में 41 रन, एक चौका, चार छक्के) के साथ दूसरे विकेट की 68 रन की साझेदारी से अंतिम गेंद पर चार विकेट पर 173 रन बनाकर जीत दर्ज की। 

दिल्ली की टीम अक्षर की 25 गेंद में पांच छक्कों और चार चौकों से 54 रन की पारी और कप्तान डेविड वार्नर (47 गेंद में 51 रन, छह चौके) के साथ उनकी छठे विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी के बावजूद 19.4 ओवर में 172 रन पर सिमट गई थी। मुंबई की तरफ से अनुभवी लेग स्पिनर पीयूष चावला ने 22 जबकि जैसन बेहरेनडोर्फ ने 23 रन पर तीन-तीन विकेट हासिल किए। 

अक्षर ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘चार हार के बाद हमारे पास दो रास्ते हैं। या तो हम मार मान सकते हैं कि हमने चार मैच गंवा दिए हैं और रन रेट भी खराब है लेकिन अगर हम ऐसा करते हैं तो चीजें और खराब ही होंगी। या फिर हम देखते हैं कि हम अपना रवैया कैसा रखते हैं और अगले मैच की तैयारी कैसे करते हैं।' उन्होंने कहा, ‘हार-जीत से फर्क पड़ता है लेकिन जब हम इस तरह की स्थिति में निराश होते हैं कि चार मैच हार गए हैं, रन रेट नहीं हैं, क्वालीफिकेशन का क्या होगा तो स्थिति और खराब होती जाएगी। जो प्रदर्शन चाहिए आप वह प्रदर्शन नहीं कर पाओगे इसलिए मुझे लगता है कि अपना रवैया और सकारात्मकता काफी जरूरी है।' 

वार्नर ने चार पारियों में तीसरा अर्धशतक जड़ा लेकिन वह अपने चिरपरिचित आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी नहीं कर पा रहे हैं जो टीम के लिए चिंता का विषय है। अक्षर ने कहा, ‘वार्नर रन बना रहा है लेकिन काफी कोशिश करने के बावजूद तेजी से रन नहीं जुटा पा रहा है। मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है लेकिन टीम प्रबंधन और कोच ने भी उनसे बात की है।' 

बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजे जाने की संभावना पर अक्षर ने कहा कि निचले क्रम में भी ऐसे बल्लेबाज की जरूरत है जो तेजी से रन बना सके और टीम के लिए अच्छे फिनिशर की भूमिका निभाए। उन्होंने कहा, ‘इस क्रम (सातवें नंबर) पर आकर भी मुझे 10 से 12 ओवर खेलने का मौका मिल रहा है जो मुझे लगता है कि टी20 में मेरे लिए पर्याप्त है। टीम प्रबंधन से बल्लेबाजी क्रम को लेकर चर्चा की है लेकिन अगर मैं ऊपर खेला और जल्दी आउट हो गया तो शायद पारी के अंत में तेजी से रन जुटाना मुश्किल हो जाए।' 

अक्षर ने कहा कि टीम के पास पर्याप्त अनुभव वाले घरेलू खिलाड़ी हैं लेकिन टीम एकजुट होकर प्रदर्शन नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा, ‘हमारे घरेलू खिलाड़ियों को अनुभव है। यश धुल अंडर-19 खेला है और ललित यादव दो-तीन साल से लगातार दिल्ली के लिए खेल रहा है। बस सब लोग एकजुट होकर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे। हमारा संयोजन भी लगातार बदल रहा है जिससे थोड़ी परेशानी हो रही है।' 

मैच के बारे में अक्षर ने कहा, ‘कोच, कप्तान और थिंक टैंक इस बारे में बात करेगा कि हम क्या बेहतर कर सकते हैं। निजी तौर पर मेरी भी थोड़ी गलती थी। दस गेंद बची थी तो अगर मैं टिका रहता तो और रन बन सकते थे लेकिन मैं अच्छी लय में था तो सोचा कि अगर मैंने पहली गेंद पर बड़ा शॉट मार दिया तो गेंदबाज दबाव में आ जाएगा।' उन्होंने कहा, ‘इस पिच पर नए बल्लेबाज के लिए आते ही शॉट खेलना आसान नहीं था। लेकिन हम चौके-छक्के मारने की कोशिश करने की जगह एक-दो रन लेकर बाकी बची 11 गेंद में 11-12 रन भी बना सकते थे। अगर हम 180 के आस-पास पहुंच जाते तो स्थिति कुछ और हो सकती थी।'