Sports

दुबई : ऑस्ट्रेलिया के विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल का मानना है कि अगर ऑस्ट्रेलिया इतिहास में पहली बार पुरुष क्रिकेट में टी20 विश्व कप का खिताब जीतता है तो पाकिस्तान के खिलाफ गुरूवार को होने वाले सेमीफाइनल में वह छोटी भूमिका से भी संतुष्ट रहेंगे। 

विश्व कप में आते हुए मैक्सवेल इस टूर्नामेंट के समूचे खिलाड़यिों में सबसे ज़्यादा अच्छे फॉर्म में दिख रहे थे। उम्मीद जताई जा रही थी कि अगर ऑस्ट्रेलिया का टूर्नामेंट सफल होगा तो इसमें मैक्सवेल अहम भूमिका निभाते हुए नजर आएंगे। लेकिन इंग्लैंड के ख़लिाफ़ एक ख़राब मैच के अलावा अब तक ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहतरीन लय में दिखी है और 18, पांच, छह और दो बार बिना रन बनाए अविजित रहते हुए मैक्सवेल को ज़्यादा कुछ करने का अवसर नहीं मिला है। 

मैक्सवेल ने कहा, 'मुझे बल्लेबाज़ी करने के मौक़े ना मिलने से कोई दिक्कत नहीं है। इसका अर्थ है हमारे टॉप ऑडर्र के बल्लेबाज़ अच्छे फॉर्म में हैं। मैं अच्छी मानसिकता के साथ मैदान पर उतर रहा हूं और उम्मीद यही रहेगी कि एक बार फिर मेरी ज़रूरत नहीं पड़ेगी या मैं शून्य पर नॉट आउट होते हुए पवेलियन लौटूंगा।' उनका मानना है कि पाकिस्तान के खिलाफ अगर उनकी जरूरत पड़ेगी तो वह अपने आईपीएल के बढि़या फ़ॉर्म को जारी रखेंगे। 

उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है पिछले दो-ढाई महीने यहां की परिस्थितियों को मैं जान गया हूं। मैंने अभ्यास भी खूब किया है। मैं आईपीएल के दौरान स्पष्ट मन से गेंद को मार रहा था और मुझे उम्मीद है अगर पाकिस्तान के विरुद्ध मेरी ज़रूरत पड़ी तो मैं अहम भूमिका निभा पाऊंगा।' संयुक्त अरब अमीरात की परिस्थितियों में मैक्सवेल की स्पिन गेंदबाजी से भी काफी अपेक्षा थी लेकिन एडम ज़म्पा की बेहतरीन गेंदबाज़ी के चलते दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक किफायती चार ओवर के स्पेल के अलावा मैक्सवेल ने बाकी के मैचों में केवल चार ओवर ही डाले हैं। 

पाकिस्तान के दोनों सलामी बल्लेबाज दाएं हाथ के हैं और मध्यक्रम के बल्लेबाजों को मिलाकर केवल फखर जमान एक खब्बू बल्लेबाज हैं। देखना होगा कि बतौर ऑफ स्पिनर क्या मैक्सवेल को फखर को रोकने के लिए पावरप्ले में गेंदबाजी करनी पड़ेगी या नहीं। लेकिन वह ख़ुद अपनी टीम के तेज गेंदबाजों पर पूरा भरोसा जताते हुए कहते हैं, 'नई गेंद से हमारे तेज़ गेंदबाज़ों ने ज़बरदस्त गेंदबाज़ी की है। 

इन पिचों पर अब ढाई महीने से क्रिकेट चलता आ रहा है लेकिन फिर भी हमारे गेंदबाज नई गेंद से हरकत करवा रहे हैं। इससे हमें विकेट भी मिल रहे हैं और यह आगे के मैचों में एक बड़ा फायदा होगा। पावरप्ले में अगर आप विकेट लेने में सफल होंगे तो विपक्षी टीम पर दबाव का संचार ज़रूर होगा।' ऑस्ट्रेलिया ने चार बार दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करते हुए मैच जीते हैं, और मैक्सवेल का मानना है कि अतिरिक्त बल्लेबाज खिलाने से टीम आत्मविश्वास के साथ पहले बल्लेबाजी करने की चुनौती का सामना कर सकती है। 

उन्होंने कहा, 'हम आजादी के साथ खेलना पसंद करते हैं। और हमारा टॉप ऑडर्र बढ़िया लय में है। हम अतिरिक्त बल्लेबाज़ के साथ उतरते जरूर हैं लेकिन टूर्नामेंट में आपने हमारे पांचवें, छठे और सातवें बल्लेबाज़ को शायद ही देखा है। यह साफ दर्शाता है हमारे टॉप ऑडर्र का फॉर्म। मिचेल मार्श पिछले दो मैचों में अच्छी बल्लेबाजी करते आए हैं। आरोन फिंच और डेविड वॉर्नर भी सही समय पर लय पकड़ रहे हैं। मैंने देखा है कुछ टीमें विकेट बचाकर आखिर में शॉट लगाने की छूट के साथ बल्लेबाजी करती हैं। लेकिन हम मानते हैं कि पावरप्ले में आक्रामक बल्लेबाज़ी से ही हम विपक्षी टीम को बैकफुट पर धकेल सकते हैं।'